नई दिल्ली । वाणिज्यिक वाहन उद्योग की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में दो अंकीय यानी 10 प्रतिशत से अधिक रहने की उम्मीद है। टाटा मोटर्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह उम्मीद जताई है। उनका कहना है कि अनुकूल मांग परिस्थितियों और आर्थिक गतिविधियों में तेजी से इस साल वाणिज्यिक वाहन उद्योग तेजी से आगे बढ़ेगा। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कहा कि ईंधन के ऊंचे दाम और वाहन ऋण महंगा होने से इस उद्योग के रास्ते में अड़चनें आ सकती हैं। वित्त वर्ष 2018-19 में वाणिज्यिक वाहन उद्योग ने अपना अच्छा समय देखा था। उस समय ऐसे वाहनों की बिक्री का आंकड़ा 10 लाख इकाई को पार कर गया था। हालांकि, उसके बाद के दो वित्त वर्षों में इस उद्योग में गिरावट आई थी लेकिन पिछले वित्त वर्ष में इसने फिर रफ्तार पकड़ी है। हालांकि, बिक्री की मात्रा के लिहाज से उच्चतम स्तर पर पहुंचने में अभी समय लगेगा, लेकिन पेलोड (भार ढोने की क्षमता) के मामले में उद्योग पिछले शीर्ष स्तर पर जल्द पहुंच सकता है, क्योंकि अधिक भार क्षमता वाले वाणिज्यिक वाहनों की मांग बढ़ रही है। मुझे लगता है कि पिछले साल अर्थव्यवस्था ने फिर से अच्छा प्रदर्शन किया है और वाणिज्यिक वाहन बाजार में लगभग 26 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है। टाटा मोटर्स में हमने 33 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है।
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इस वित्त वर्ष कमर्शियल वाहनों की मांग अच्छी रहेगी: टाटा मोटर्स