नई दिल्ली । बिग बाजार के अधिकांश स्टोर्स पर मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कब्जा कर लिया है। बिग बाजार भारी कर्ज में डूबे फ्यूचर ग्रुप की कंपनी फ्यूचर रिटेल ऑपरेट करती है। देश के कई शहरों में बिग बाजार के स्टोर बंद होने से उन ग्राहकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं जिनके पास इस हाइपरमार्केट चेन के वाउचर हैं। अब उनके पास वाउचर भुनाने बनाने का कोई विकल्प नहीं रह गया है। इनमें से कई ग्राहकों ने कहा कि उनके पास बिग बाजार के हजारों रुपए के वाउचर पड़े हैं लेकिन वे उनका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। बिग बाजार को ऐसे लोगों के लिए कुछ तरीका निकालना चाहिए जिनके पास इस तरह के वाउचर हैं। एक समय में वाउचर बिजनस के कंपनी को करीब 200 करोड़ रुपए की कमाई होती थी। किशोर बियानी की कंपनी एफआरएल अभी बैंकरप्सी प्रॉसीडिंग से गुजर रही है। फ्यूचर ग्रुप ने अपने रिटेल बिजनस को रिलायंस को बेचने के लिए 2020 में एक डील की थी लेकिन इसे हाल में कैंसल कर दिया गया था। उससे पहले फरवरी में रिलायंस ने बिग बाजार के 800 से अधिक स्टोर्स पर कब्जा कर लिया था।
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बेकार हो गए बिग बाजार के हजारों करोड़ के वाउचर!