चंडीगढ़। मोहाली पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर हुए हमले के संबंध में पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं और वह जल्द ही इस मामले को सुलझा लेगी। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वीके भावरा ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यहां संवाददाताओं से कहा कि एक विस्फोटक पुलिस के खुफिया इकाई के मुख्यालय की इमारत से टकराया था और ऐसा लगता है कि इसमें टीएनटी (ट्राइनाइट्रोटोल्यूइन) का इस्तेमाल किया गया है।
गौरतलब है कि कि मोहाली के सेक्टर 77 स्थित खुफिया इकाई के इस मुख्यालय परिसर में सोमवार रात रॉकेट चालित ग्रेनेड से हमला किया गया था, जिससे इमारत की एक मंजिल की खिड़की के शीशे टूट गए। यह धमाका शाम करीब 7.45 बजे हुआ। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। डीजीपी ने कहा, “जब यह घटना हुई उस समय इमारत के उस कमरे में कोई नहीं था। धमाके का असर दीवार पर पड़ा।” उन्होंने कहा, “घटना के मद्देनजर हमने यहां एक बैठक की, जिसमें खुफिया विभाग के अधिकारी और जिला पुलिस प्रमुख भी मौजूद थे।” यह पूछे जाने पर कि क्या यह आतंकवादी हमला था, डीजीपी ने कहा कि जांच में जो भी सामने आएगा उसे मीडिया से साझा किया जाएगा। पुलिस महानिदेशक ने कहा, ‘हमारे पास सुराग हैं और हम जल्द ही इस मामले को सुलझा लेंगे। यह एक चुनौती है और हम इस मामले को सुलझाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।’ इस घटना को एक बड़ी खुफिया विफलता के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि कार्यालय की इमारत में पुलिस के खुफिया निरोधी दस्ते, विशेष कार्य बल और कुछ अन्य इकाइयां भी हैं।
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मोहाली ग्रेनेड हमले में पुलिस को मिले अहम सुराग: डीजीपी भावरा