इस्लामाबाद । भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और चीन के खिलाफ अपनी लंबी दूरी तक मार करने वाली क्षमता में जोरदार इजाफा किया है। भारत ने सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के अपग्रेड वर्जन का बंगाल की खाड़ी में गुरुवार को सफल परीक्षण किया गया। यह नई मिसाइल पहले के 290 किमी की अपेक्षा 450 किमी तक मार कर सकती है। यह वही ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल है जिससे पाकिस्तानी राष्ट्रपति आरिफ अल्वी डरते हैं और उन्होंने पिछले दिनों खुलकर अपने इस डर को जाहिर किया था। भारत का सुखोई फाइटर जेट बिना हवा में ईंधन भरे 1500 किमी तक मार कर सकता है। इस नई ब्रह्मोस मिसाइल से लैस होने पर यह फाइटर जेट करीब 2 हजार किमी तक मार सकता है। इस तरह से अब भारतीय वायुसेना के पास जमीन और समुद्र में लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता हासिल हो गई है।
ब्रह्मोस मिसाइल की मदद से दुश्मन के बेहद अहम सैन्य ठिकानों, अंडरग्राउंड परमाणु बंकर, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, समुद्र में एयरक्राफ्ट कैरियर और युद्धपोतों को बेहद आसानी से तबाह किया जा सकता है। ब्रह्मोस मिसाइल का एक और वेरिएंट भी बनाया जा रहा है जो 800 किमी तक मार कर सकता है। यह मिसाइल आवाज की तीन गुना रफ्तार से हमला करती है। ब्रह्मोस की इसी जोरदार ताकत की वजह से पाकिस्तानी राष्ट्रपति आरिफ अल्वी डरते हैं। पिछले दिनों मिराज फाइटर जेट के पाकिस्तानी वायुसेना में 50 साल पूरा होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने कहा था कि भारत ने ब्रह्मोस-2 मिसाइल बनाई है।
इस मिसाइल की स्पीड 8.5 मैक है। इसका मतलब आवाज की रफ्तार से 8.5 गुना ज्यादा तेज। ब्रह्मोस मिसाइल मिनट के अंदर पाकिस्तान में प्रवेश कर सकती है। आरिफ अल्वी ने कहा था कि हमें अपने स्वघोषित दुश्मन के खिलाफ डिफेंस को मजबूत बनाने की जरूरत है। पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने देश की वायुसेना के तारीफ करते हुए कहा कि पाकिस्तानी वायुसेना प्रतिकूल परिस्थितियों में भी किसी भी दुस्साहस के खिलाफ देश की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है। उन्होंने यह भी दावा किया कि पीएएफ ने कई बार सीमित संसाधनों के बावजूद विशेष रूप से झगड़ालू पड़ोसी भारत के दुस्साहस का करारा जवाब देते हुए अपनी ताकत साबित की है। पाकिस्तान ने हाल ही में चीन से एयर डिफेंस सिस्टम खरीदा है जो भारत के एस-400 का जवाब माना जा रहा है।
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इस्लामाबाद में अब बिना घुसे तबाही मचा सकता है ब्रह्मोस मिसाइल से लैस सुखोई