न्यूयॉर्क । खगोल वैज्ञानिकों ने सैजिटेरियस ए नाम के ब्लैक होल की तस्वीर जारी की है, जो कि हमारे सूरज के द्रव्यमान से करीब 40 लाख गुना बड़ा है और मात्र कुछ सेंकड के लिए ही दिखता है। तस्वीर को इवेंट होराइजन टेलीस्कोप (ईएचटी) कोलैबरेशन की टीम ने जारी किया है, जिसकी दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने तारीफ की है। सौरमंडल से करीब 26,000 प्रकाश-वर्ष की दूरी पर स्थित यह तस्वीर काफी नजदीक से ली गई है। तस्वीर में आप घने प्रकाश के बीच में ब्लैक रंग का प्वाइंट देख सकते हैं, यही प्वाइंट ब्लैक होल है। हालांकि, ये होल हमारे सौरमंडल से करीब 26,000 प्रकाश-वर्ष की दूरी पर स्थित है इसलिए खतरे की बात नहीं है।
सैजिटेरियस ए’ दूसरी ब्लैक होल की तस्वीर है। पहली ब्लैकहोल की तस्वीर साल 2019 में सामने आई थी। पहले ब्लैकहोल की तस्वीर एम-87 की थी। एम-87 हमारे सूर्य के द्रव्यमान के 6।5 बिलियन गुना से एक हजार गुना बड़ा था। दरअसल, अंतरिक्ष के अंदर ब्लैक होल वह जगह होती है, जहां पर भौतिकी का कोई नियम काम ही नहीं करता है और यहां पर अगर कोई चीज एक बार चली गई तो कभी वापस नहीं आती।
महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने सन् 1916 में अपने सापेक्षता के सिद्धांत में ब्लैक होल का वर्णन किया है। इसके अंदर कई सितारे एक साथ समा सकते हैं। माना जाता है कि जब एक तारे का अंत होता है तब ब्लैक होल की उत्पत्ति होती है। यह अपने ऊपर पड़ने वाले सारे प्रकाश को भी ग्रहण कर लेता है और यहां से प्रकाश की भी वापसी नहीं होती है।
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खगोलविदों ने सूरज से 40 लाख गुना बड़े ब्लैक होल 'सैजिटेरियस' ए की पहली तस्वीर जारी की