लंदन । ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन राजनीतिक गतिरोध खत्म करने की कवायद के तौर पर उत्तरी आयलैंड जाने वाले हैं। इस गतिरोध से क्षेत्रीय प्रशासन के गठन में बाधा पैदा हो रही है। उल्लेखनीय है कि जॉनसन की सरकार द्वारा यूरोपीय संघ के साथ ब्रेग्जिट समझौते को तोड़ने की धमकियों के बीच यह यात्रा हो रही है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर यूरोपीय संघ ब्रेग्जिट के बाद व्यापार के नियमों में बदलाव के लिए राजी नहीं होता है तो कार्रवाई करने की आवश्यकता होगी। उत्तरी आयरलैंड में मतदाताओं ने इस महीने एक नई असेंबली का चुनाव किया है, जिसमें आयरलैंड की राष्ट्रवादी पार्टी सिनफिन ने सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं। यह पहली बार है जब आयरलैंड गणराज्य के साथ एकीकरण की मांग कर रही पार्टी ने प्रोटेस्टेंट यूनियनिस्ट के गढ़ में चुनाव जीता है।
डोमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी दूसरे नंबर पर आई है और उसने सरकार बनाने या तब तक असेंबली के गठन से इनकार कर दिया है जब तक कि जॉनसन सरकार ब्रिटेन के बाकी हिस्सों से उत्तरी आयरलैंड आ रहे सामान पर ब्रेग्जिट के बाद कर लगाने को रद्द नहीं कर देती। उत्तरी आयरलैंड की शांति प्रक्रिया के तौर पर सत्ता साझा करने के नियमों के अनुसार, नेशनलिस्ट और यूनियनिस्ट दलों के सहयोग के बिना कोई भी सरकार नहीं बनाई जा सकती। जॉनसन के कार्यालय ने रविवार को बताया कि वह बेलफास्ट में नेताओं से काम पर लौटने और बढ़ती महंगाई जैसे रोजी-रोटी के मुद्दों से निपटने का अनुरोध करेंगे। उत्तरी आयरलैंड, ब्रिटेन का इकलौता हिस्सा है जिसकी सीमा यूरोपीय संघ से लगती है।
वर्ल्ड
राजनीतिक गतिरोध खत्म करने के उद्देश्य से उत्तरी आयरलैंड जाएंगे जॉनसन