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भारत को चीन-पाक से खतरा, इसलिए तैनात किया जा रहा एस-400 : अमेरिका 

भारत को चीन-पाक से खतरा, इसलिए तैनात किया जा रहा एस-400 : अमेरिका 

वॉशिंगटन। अमेरिका ने एस-400 मिसाइल सिस्टम को लेकर भारत के पक्ष में बड़ा बयान दिया है। अमेरिका की डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी (डीआईए) ने कहा है कि भारत को अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन की ओर से खतरा है, इसलिए वह इसकी तैनाती कर रहा है। डीआईए की तरफ से ये बातें उनके डायरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल स्कॉट बेरियर ने हाल ही में सुनवाई के दौरान सीनेट की एक कमेटी को कही। 
उल्लेखनीय है कि भारत ने रूस से ये मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदा है। भारत को इसकी खेप पिछले साल दिसंबर से मिलनी शुरू हुई है। एस-400 की गिनती दुनिया के सबसे आधुनिक एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के तौर पर की जाती है। यह एक लंबी दूरी की सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम है। ये ड्रोन, मिसाइल, रॉकेट और यहां तक ​​कि लड़ाकू जेट सहित लगभग हर तरह के हवाई हमलों को खत्म कर सकता है।
पेंटागन के मुताबिक अक्टूबर 2021 तक भारत की सेना अपनी ज़मीन और समुद्री सीमाओं को मजबूत करने और अपनी आक्रामक और रक्षात्मक साइबर क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए बेहतर सर्विलांस प्रणाली खरीदने की मांग कर रही थी। बेरियर ने कहा भारत ने अपनी हाइपरसोनिक, बैलिस्टिक, क्रूज और वायु रक्षा मिसाइल क्षमताओं को विकसित करना जारी रखा और 2021 में कई परीक्षण किए। भारत उपग्रहों की संख्या भी बढ़ रहा है, और वो अंतरिक्ष में अपना विस्तार कर रहा है।
बेरियर ने सांसदों से कहा कि नई दिल्ली घरेलू रक्षा उत्पादन पर जोर देने के साथ हवाई, जमीनी, नौसैनिक और सामरिक परमाणु बलों को शामिल करते हुए व्यापक सैन्य आधुनिकीकरण का प्रयास कर रही है। भारत इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड स्थापित करने के लिए कदम उठा रहा है, जिससे उसकी तीन सैन्य सेवाओं के बीच संयुक्त क्षमता में सुधार होगा। पेंटागन ने कहा कि साल 2019 से भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने घरेलू रक्षा उद्योग का विस्तार किया है। साथ ही भारत विदेश से रक्षा खरीद को कम करने की कोशिश कर रहा है। 
भारत ने अर्थव्यवस्था को मजबूत करने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा रूस के साथ भारत के लंबे समय से रक्षा संबंध मजबूत हैं, दिसंबर में अपनी पहली 2 + 2 वार्ता आयोजित की। इससे पहले ऐसी वार्ता केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ आयोजित किया था।
 

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