देश की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने के इरादे से सरकार उद्योग जगत को सवा दो महीने में ही पर्यावरण मंजूरी देने की तैयारी कर रही है, अभी इस काम में औसतन 108 दिन यानी साढ़े तीन माह लगते हैं। उद्योग संगठन फिक्की के रसायन एवं आपदा प्रबंधन पर आयोजित वार्षिक सम्मेलन में प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों को पर्यावरण की मंजूरी देने में तेजी लाई जा रही है। पहले इसी काम में औसतन 108 दिन लगते थे जिसे घटा कर 70 से 80 दिन करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि बहुत पहले तो उद्योग जगत को इस काम में 640 दिन लगा करते थे। उन्होंने कहा कि जब उद्योग इतने दिनों तक पर्यावरण मंजूरी की ही बाट जोहेगा तो फिर वह उत्पादन कब शुरू करेगा। अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां इस तरह के कार्य के लिए जो कानून बने हैं, उन्हें बेरहमी से लागू किया जाता है। अब इसी तरह से भारत में भी लक्ष्य तय कर काम होगा और एक समय सीमा में उन्हें मंजूरी मिलेगी। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य सचिव और नीति आयोग के प्रधान सलाहकार रतन पी वाटल भी उपस्थित थे।