पटना । बिहार की 5 सीटों के लिए राज्यसभा के चुनाव 10 जून को होने हैं। राज्य के जिन सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, उनमें कई दिग्गज चेहरे शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह, आरजेडी के अध्यक्ष लालू यादव की बेटी मीसा भारती, बीजेपी के गोपाल नारायण सिंह, सतीश चंद्र दुबे और शरद यादव शामिल हैं। इन सदस्यों का कार्यकाल 21 जून 2022 से एक अगस्त 2022 के बीच समाप्त हो रहा है। किंग महेंद्र के निधन के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए गुरुवार को जेडीयू नेता अनिल हेगड़े ने अपना पर्चा दाखिल किया। इस मौके पर उनके साथ सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे।
नीतीश कुमार ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए अनिल हेगड़े को मैदान में उतारे जाने को लेकर कहा कि वह एक समर्पित पार्टी कार्यकर्ता रहे हैं और उन्होंने कभी खुद से कुछ नहीं मांगा। इस बार पार्टी के सभी लोगों ने व्यक्त किया कि उन्हें पार्टी के लिए अपने निरंतर समर्पण को देखते हुए एक मौका दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही सीएम नीतीश ने कहा कि वहां एक अनुभवी नेता हैं, और उन्होंने (पूर्व रक्षा मंत्री) जॉर्ज फर्नांडीस के साथ मिलकर काम किया है। पार्टी में हर कोई उन्हें राज्यसभा उपचुनाव के उम्मीदवार के रूप में पाकर खुश है।
आरसीपी सिंह का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा हैं। फिलहाल में मोदी कैबिनेट में जेडीयू की तरफ से एक मात्र प्रतिनिधि भी हैं। लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने सीट से किस राज्यसभा भेजा जाएगा इस लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार रखा है। नीतीश ने राज्यसभा के दूसरे सीट के लिए साफ कहा कि वह रेगुलर चुनाव है। उसमें अभी फैसला लेना बाकी है। तब वह बाद में लिया जाएगा। जब पत्रकारों ने नीतीश से ज्ञानवापी मुद्दे को लेकर राय रखने को कहा, तब उन्होंने कहा कि फिलहाल आप अपनी राय रखिए, मुझे कुछ नहीं कहना है।
नेशन
ज्ञानवापी मुद्दे पर सीएम नीतिश कुमार ने सधी चुप्पी