दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी इंटरनेशनल बिजनेस मशीन (आईबीएम) अपने 108 साल के इतिहास में सबसे बड़ी डील करने जा रही है। कंपनी 34 अरब डॉलर (2.34 लाख करोड़) में सॉफ्टवेयर कंपनी रेड हैट को खरीदने की तैयारी में है। इस डील से कंपनी का क्लाउड कंप्यूटिंग बिजनेस बढ़ेगा। रेड हैट की डील के लिए आईबीएम को मई में अमेरिकी रेग्युलेटर्स और जून में यूरोपियन यूनियन के रेग्युलेटर्स से मंजूरी मिल गई। 1993 में स्थापित रेड हैट लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम्स की विशेषज्ञ है। यह सबसे ज्यादा प्रचलित ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर है और माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर का विकल्प है। 2013 की तुलना में आईबीएम के कुल रेवेन्यू में क्लाउड रेवेन्यू की हिस्सेदारी अब 25 गुना बढ़ चुकी है। इस साल की जनवरी-मार्च तिमाही के आखिर तक क्लाउड रेवेन्यू 19 अरब डॉलर के ऊपर पहुंच गया। हालांकि इस डील के बाद भी रेड हैट कंपनी के बोर्ड में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होगा। डील पूरी होने के बाद भी रेड हैट के सीईओ जिम वाइटहर्स्ट और उनकी टीम कंपनी में बनी रहेगी। जिम आईबीएम के मैनेजमेंट में शामिल होने वाले है। इसका मुख्यालय भी नॉर्थ कैरोलिना के राले में रहेगा।