जिनेवा । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत ने विभिन्न देशों में चिकित्सा उत्पादों की अपूर्ति तेज कर दी, लेकिन विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) इस दिशा में तत्परता नहीं दिखा सका। गोयल ने कहा कि समय रहते प्रतिक्रया करने में असमर्थ रहने के कारण डब्ल्यूटीओ के सदस्य देशों को शर्म से सिर झुका लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूटीओ के सदस्य देशों ने कम विकसित देशों (एलडीसी) और विकासशील देशों के लोगों को नीचा दिखाया है। मेरे देश ने वैश्विक स्तर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संबंधी वस्तुओं को उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा उत्पादों की आपूर्ति में वृद्धि की। दुर्भाग्य से विश्व व्यापार संगठन तत्परता नहीं दिखा सका। डब्ल्यूटीओ ने एलडीसी और विकासशील देशों के लोगों को नीचा दिखाया है। अमीर देशों को आत्म मंथन करने की जरूरत है! डब्ल्यूटीओ के सदस्य देशों को महामारी के जवाब में प्रतिक्रिया करने में असमर्थता के लिए शर्म से सिर झुका लेना चाहिए। गोयल डब्ल्यूटीओ के 12वें मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (एमसी) में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। एमसी विश्व व्यापार संगठन का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है और चार साल से अधिक समय के अंतराल के बाद इसकी बैठक हो रही है। बैठक यूक्रेन-रूस युद्ध और वैश्विक खाद्य एवं ऊर्जा संकट की पृष्ठभूमि में हो रही है। गोयल ने कहा कि महामारी ने एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के महत्व को बल दिया है। उन्होंने वैश्विक एकजुटता और सामूहिक कार्रवाई का आह्वान किया।
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कोरोना से निपटने में डब्ल्यूटीओ ने नहीं दिखाई तत्परता: गोयल