पटना । सेना में भर्ती के लिए केंद्र की मोदी सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व में विपक्ष द्वारा बुलाए गए बिहार बंद को लेकर प्रदेश में अलर्ट है. बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है। विभिन्न जिलों में अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियां तैनात की गई है। कई जिलों में ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है। सुबह से ही पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों पटना की सड़कों पर उतरे। पटना में हालात नियंत्रण में दिख रहा है, मगर अन्य जिलों में कुछ छिटपुट हिंसा की खबरें आ रही हैं। अरवल में उपद्रवियों ने एंबुलेंस हमला बोला हैं, वहीं जहानाबाद में शरारती तत्वों ने बस में आग लगाकर पथराव किया।
अरवल–कुर्था अस्पताल से रेफर मरीज को सदर फल पहुंचाने के क्रम में उपद्रवियों ने एंबुलेंस पर हमला बोल दिया, जिससे एंबुलेंस चालक और मरीज गंभीर रूप से जख्मी हैं। मिली जानकारी के अनुसार कुर्था थाना क्षेत्र के कोदमरई गांव के मरीज सरस्वती कुमारी इलाज कराने जा रही थी तभी पटना और अरवल की सीमा पर इमामगंज बाजार में उपद्रवियों ने एंबुलेंस पर हमला बोल दिया। मरीज को गंभीर चोट आई है, उनका इलाज कराया जा रहा है। जहानाबाद-बिहार बंद के दौरान जहानाबाद के टेहटा शरारती तत्वों ने थाने के सामने खड़ी बस में आग लगा दी और पथराव किया। घटना की सूचना मिलते ही एसपी दीपक रंजन और डीएम रिची पाण्डे घटनास्थल पर पहुंचीं। प्रदर्शनकारियों ने थाने के समीप पथराव भी किया।
बिहार बंद को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस अलर्ट पर है। अर्धसैनिक बलों की 4 अतिरिक्त कंपनी जिले में मांगी गई है। इसके अलावा जिला पुलिस बल के जवानों को हर जगह तैनात कर दिया गया। डीएम एसपी ने इस लेकर जॉइंट आर्डर भी जारी किया। शनिवार सुबह से ही शहर के अलग अलग हिस्सों में फ्लैगमार्च निकाला गया। शहर के अलग अलग हिस्सों से कुल 60 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। माले नेता सावित्री देवी को एक होटल में नजर बंद किया गया।
वहीं जिला प्रशासन ने सीवान में धारा 144 लागू कर दिया है। जेपी चौक, स्टेशन रोड सहित तमाम चौक चौराहों पर पुलिस मुस्तैद है। कई संवेदनशील स्थानों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। यानी आप सीवान जिला प्रशासन की बिना अनुमति के धरना और प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं। सीवान में 17 जून से 24 जून तक धारा 144 लागू कर दिया गया है।
बिहार बंद को लेकर गोपालगंज में प्रशासन हाइ अलर्ट मोड में है। हर तरफ पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। कदम-कदम पर पुलिस बलों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही रेलवे स्ट्रेशनों और संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है। ड्रोन सुबह से ही आसमान में उड़ रहा है। डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी और पुलिस कप्तान आनंद कुमार लगातार गश्ती में हैं. अबतक 18 लोग हिरासत में लिए गए है।
भाकपा-माले की इकाई एआईएसए और आरवॉयए के कार्यकर्ताओं ने आरा शहर में विरोध मार्च निकाला। आरा स्टेटिन के पास त्रिभुआणि मोड़ से निकला विरोध मार्च शहर के सभी चौक चौराहों तक गया। इस दौरान आईसा और इनौस कार्यकर्ताओं ने अग्निपथ योजना को वापस लेने का नारा लगाकर केंद्र के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विरोध मार्च में मौजूद अगिआंव से माले के विधायक मनोज मंजिल ने बिहार बंद के दौरान जिले में इंटरनेट सेवा बंद करने को आम आदमी के संवैधानिक अधिकारों का हनन करना बताया।
दानापुर स्टेशन का शांत माहौल रहा और यात्रियों की संख्या काफी कम नजर आई। रेलवे ने परिचालन भी सीमित कर दिया है और कई पैसेंजर ट्रेनों को भी रद्द कर दिया है।
मुंगेर में बिहार बंद के दौरान मुंगेर के जमालपुर रेल स्टेशन पर आरपीएफ के साथ जिला बाल की व्यापक तौर पे तैनाती की गई! स्टेशन घुसने वाले हर गेट और रास्ते पर पुलिस बल की तैनाती कर किसी के भी उपद्रवियों को स्टेशन परिसर में घुसने से रोकने के लिए पुलिस अलर्ट पर रही।
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अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार के बंद के दौरान हिंसा, एंबुलेंस पर हमला बसों में आग लगा दी