वाशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वह राज्यों में गर्भपात संबंधी नियमों के मद्देनजर महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण के लिए अपनी क्षमतानुसार हरसंभव प्रयास करेंगे, जहां इन्हें प्रतिबंधित किया जाएगा। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा गर्भपात के लिए संवैधानिक सुरक्षा को खत्म करने के बाद बाइडन का यह बयान सामने आया है। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने कई साल पहले रो बनाम वेड मामले में दिए गए फैसले को पलटते हुए गर्भपात के लिए संवैधानिक संरक्षण को समाप्त कर दिया है।
इस घटनाक्रम से लगभग आधे राज्यों में गर्भपात पर प्रतिबंध लगने की संभावना है। बाइडन ने कहा राजनेताओं को उन फैसलों में हस्तक्षेप की अनुमति नहीं दी जाएगी, जोकि एक महिला और उसके चिकित्सक के बीच होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अदालती फैसले को गलत करार दिया है। उन्होंने गर्भपात के लिए संवैधानिक सुरक्षा की वकालत करने वालों से अपील की कि वे केवल शांतिपूर्ण तरीके से विरोध-प्रदर्शन करें। बाइडन ने व्हाइट हाउस से संबोधित करते हुए कहा आज का दिन अदालत और देश के लिए एक दुखद दिन है।
उन्होंने कहा कि मैं यह स्पष्ट कर दूं कि पूरे देश में महिलाओं का स्वास्थ्य और जीवन अब खतरे में है। बाइडन ने कहा कि अदालत ने कुछ ऐसा किया है जो पहले कभी नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अदालत ने अमेरिकी जनता को अचानक एक संवैधानिक अधिकार से वंचित कर दिया। इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह फैसला प्रत्येक व्यक्ति के हित में है। उन्होंने कहा यह फैसला संविधान का पालन और अधिकारों को बहाल करने जैसा है, जोकि बहुत पहले आ जाना चाहिए था।
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बाइडन ने महिला अधिकारों के संरक्षण के लिए हरसंभव प्रयास करने का संकल्प जताया