नई दिल्ली । सोने की कीमतें लगभग दो महीने से स्थिर रहने के बाद अब बढ़ सकती है क्योंकि सोने के आयात पर शुल्क में बढ़ोतरी के बाद अब सराफा बाजार में भी इसका असर दिखेगा। सरकार ने 1 जुलाई से सोने पर आयात शुल्क 10.75 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया है। मई में सोने का आयात 23 अरब डॉलर तक पहुंच गया था, जिससे रुपए पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है और 1 जुलाई को यह डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर चला गया था। नया आयात शुल्क 30 जून से ही प्रभाव में आ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि चूंकि भारत अपनी जरूरतों के लिए पूरी तरह सोने के आयात पर निर्भर है, लिहाजा आयात शुल्क में हुई बढ़ोतरी का असर घरेलू सराफा बाजार पर भी पड़ेगा और जल्द ही इसकी कीमतों में 2,000 रुपए प्रति 10 ग्राम का उछाल आ सकता है। पहले से ही महंगाई से जूझ रही जनता के लिए अब सोना खरीदना और महंगा हो जाएगा जिससे की मांग पर भी असर पड़ेगा।
सोने पर आयात शुल्क में वृद्धि के साथ ही इस पर लगने वाला कुल टैक्स 18.45 फीसदी पहुंच गया है। दरअसल, अभी तक सोने पर आयात शुल्क 7.5 फीसदी था, जिसे 5 फीसदी बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया गया है। इसके अलावा 2.5 फीसदी का एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस भी लगाया जाता है, जिससे प्रभावी सीमा शुल्क 15 फीसदी हो जाता है। इसमें 0.45 फीसदी नेट ड्यूटी चार्ज जोड़ते हैं। इसके अलावा 3 फीसदी जीएसटी भी सोने पर लगता है, जिससे इसका कुल टैक्स बढ़कर 18.45 फीसदी पहुंच जाता है। देश में सोने का आयात मई में डेढ़ गुने से भी ज्यादा बढ़ गया। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, मई में सोने का आयात पिछले साल से 56 फीसदी बढ़ा है, जबकि इस पर होने वाला खर्च 677 फीसदी बढ़कर 5.83 अरब डॅलर रहा। यही कारण रहा कि एमसीएक्स पर सोने में 2.50 फीसदी तेजी दिख रही थी, वहीं वैश्विक बाजार में यह घटकर 1,800 डॉलर प्रति औंस पर आ गया था। वित्त मंत्रालय के अनुसार मई में कुल 107 टन सोने का आयात हुआ जो जून में भी तेजी से बढ़ रहा है। ज्यादा आयात से चालू खाते के घाटे पर दबाव बढ़ रहा है। यह पिछले वित्तवर्ष में जीडीपी के मुकाबले 1.2 फीसदी था, जो चालू वित्तवर्ष में जीडीपी का 2.9 फीसदी पहुंचने का अनुमान है।
इकॉनमी
2000 रुपए तक महंगा हो सकता है सोना - सोने पर आयात शुल्क में हुई बढ़ोतरी का असर घरेलू सराफा बाजार पर भी पड़ेगा