नई दिल्ली । भारत में कर्मचारियों को घर से या अपनी पसंद के किसी स्थान से काम करने की सुविधा देने का प्रचलन बढ़ा है। देश की करीब 63 प्रतिशत कंपनियां कामकाज के लचीले हाइब्रिड मॉडल को अपना रही हैं। इससे कामकाज का हाइब्रिड मॉडल यहां टिका रहेगा। रियल एस्टेट क्षेत्र की सलाहकार कंपनी कोलियर्स द्वारा किये गये एक सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है। हाइब्रिड मॉडल में कार्यालय के साथ-साथ कर्मचारियों को घर से या अपनी पसंद के किसी स्थान से काम करने की सुविधा मिलती है। यह सर्वेक्षण मई-जून, 2022 के दौरान कार्यालय स्थल किराये पर लेने वाले 300 लोगों के बीच किया गया।
सर्वे में 500 से कम कर्मचारियों वाली छोटी कंपनियां, मध्यम आकार की 501 से 5,000 कर्मचारियों वाली कंपनियां 5,000 से अधिक कर्मचारियों वाली बड़ी कंपनियों ने हिस्सा लिया। कोलियर्स इंडिया ने अपनी रिपोर्ट ‘‘हाइब्रिड वर्किंग: ऑक्युपायर्स-2022' में कहा गया है कि हाइब्रिड वातावरण कर्मचारियों के कार्य जीवन को संतुलित बनाने के लिए सबसे लोकप्रिय तरीका प्रतीत होता है।
सर्वेक्षण में शामिल लगभग एक-तिहाई लोगों ने खुलासा किया कि हाइब्रिड काम करने से उनकी उत्पादकता में पांच से 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रमेश नायर ने कहा कि कार्यालय अब सहयोग और नवाचार के केंद्रों के रूप में विकसित हो रहे हैं और इसी में कर्मचारियों की भी भलाई है।
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कर्मचारियों को घर से या अपनी पसंद के किसी स्थान से काम करने की सुविधा देने का प्रचलन बढ़ा