वाशिंगटन । अमेरिकी न्याय विभाग ने स्थानीय कोर्ट में गूगल के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है। इसने अनैतिक तरीके से एप्पल सैमसंग जेसी मोबाइल कंपनियों को हर साल अरबों डालर का भुगतान कर, एकाधिकार बनाकर,
प्रतिस्पर्धीयों को नुकसान पहुंचाने का काम किया है।
इस मामले की सुनवाई जज अमित मेहता की कोर्ट में हो रही है। न्याय विभाग के अटार्नी केनेथ डिटजर ने अदालत में रकम का खुलासा नहीं किया। जज के सामने जो दस्तावेज पेश किए गए हैं। उसमें गूगल द्वारा जो अरबों डॉलर का भुगतान मोबाइल और लैपटॉप कंपनियों को किया गया है। उसकी जानकारी दी गई है।
न्याय विभाग का आरोप है कि गूगल सर्च इंजन में डिफॉल्ट तरीके से गूगल सर्च इंजन रखे जाने के लिए इन कंपनियों से गूगल का समझौता है। उक्त कंपनियों को गूगल द्वारा भुगतान किया जाता है। न्याय विभाग का यह भी कहना है कि डिफाल्ट सर्च इंजन में बदलाव करने की जानकारी उपभोक्ता को नहीं होती है। इसका लाभ गूगल सर्च इंजन उठाता है। गूगल अपने व्यापार में एकाधिकार कायम करने के लिए इसका उपयोग करता है। गूगल एंटी ट्रस्ट कानून का उल्लंघन कर रहा है।
उल्लेखनीय है पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में गूगल के खिलाफ मुकदमा दायर कराया गया था। अब यह मामला कोर्ट में सुनवाई के स्तर पर पहुंच गया है। जहां दोनों पक्षों द्वारा अपनी अपनी दलील रखी जा रही है।
गूगल ने अपने जवाब में कहा है कि न्याय विभाग बाजार की सही तरीकों को नहीं समझते हैं। न्याय विभाग छोटे सर्च इंजन और माइक्रोसॉफ्ट इत्यादि की जानकारी पर केंद्रित है। गूगल ने कहा उसे भी अन्य कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले की सुनवाई मैं सभी पक्ष अपना अपना दावा पेश कर रहे हैं।
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गूगल पर एकाधिकार बनाने के लिए अनैतिक कार्य पर अमेरिकी न्याय विभाग का नोटिस