नई दिल्ली । कांग्रेस ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों को सार्वजनिक बयानों को लेकर चेताया है। कांग्रेस ने यह चेतावनी किसी भी नेता और पार्टी के आंतरिक मामलों पर बयानबाजी को लेकर दी है।
कांग्रेस ने चेतावनी दी कि वे अन्य नेताओं के खिलाफ और पार्टी के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करें तथा इस निर्देश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी अनुशासनत्मक कार्रवाई की जाएगी। उधर गेहलोत मंत्रिमंडल के दो मंत्रियों ने कहा है कि वे इस्तीफा देकर मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार हैं।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक परामर्श जारी कर कहा, 'राजस्थान में कांग्रेस नेताओं की पार्टी के आंतरिक मामलों और अन्य नेताओं के खिलाफ बयानबाजी देखने को मिल रही है। सभी कांग्रेस नेताओं को सलाह दी जाती है कि अन्य नेताओं के खिलाफ या पार्टी के आंतरिक मामलों के बारे में सार्वजनिक बयान देने से बचे।अगर इस एडवाइजरी का कोई उल्लंघन करता है तो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संविधान के प्रावधानों के तहत सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी।'
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया से मुलाक़ात की थी और जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक नहीं हो पाने की घटना के लिए उनसे माफी मांगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह अब अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे।
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कांग्रेस ने सार्वजनिक बयानों को लेकर गहलोत समर्थकों को चेताया