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भारत में जर्मनी के राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने सीएम अरविंद केजरीवाल से की मुलाकात, दिल्ली के सरकारी स्कूल-अस्पतालों में आए क्रांतिकारी बदलाव के लिए जमकर की तारीफ

भारत में जर्मनी के राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने सीएम अरविंद केजरीवाल से की मुलाकात, दिल्ली के सरकारी स्कूल-अस्पतालों में आए क्रांतिकारी बदलाव के लिए जमकर की तारीफ

नई दिल्ली । भारत में जर्मनी के राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने आज दिल्ली सचिवालय में सीएम श्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में आए क्रांतिकारी बदलाव के लिए मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि भारत में पहली बार शानदार सरकारी स्कूलों को देखकर बड़ी खुशी हुई। पहले इनकी स्थिति बेहद खराब थी। महज चार-पांच साल में सरकारी स्कूलों में विश्वस्तरीय बदलाव करना बहुत ही आश्चर्यजनक है। मैं सरकारी स्कूल देखना चाहूंगा और हैप्पीनेस क्लास में भी जाना चाहूंगा। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि शिक्षा में सुधार लाने के लिए हमने सरकारी स्कूलों की नई बिल्डिंग्स बनाई। टीचर-प्रिंसिपल की ट्रेनिंग कराई और शिक्षा पर 25 फीसद बजट खर्च कर रहे हैं। स्कूल, अस्पताल, बिजली और पानी के क्षेत्र में हुए अच्छे कार्य की वजह से देशभर में हमारी सरकार को जाना जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली की सड़कों को विश्वस्तरीय बनाना चाहते हैं और इस पर जर्मनी के एक्सपर्ट की मदद लेने पर विचार कर सकते हैं। हमारी सरकार वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विभिन्न पहलों के साथ ई-बसों और दो-तीन पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है। 2025 तक दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन में 80 फीसद बसें इलेक्ट्रिक की होंगी।
भारत में जर्मनी के राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने आज सुबह दिल्ली सचिवालय आकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की और उनके बीच दिल्ली के विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि भारत में जर्मनी के राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने आज दिल्ली सचिवालय में माननीय मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी से मुलाकात की। यमुना की सफाई और दिल्ली की सड़कों को सुधारने को लेकर जर्मनी और दिल्ली आपसी सहयोग के रास्ते तलाशेंगे। जर्मनी के राजदूत ने दिल्ली सरकार के स्कूलों और अस्पतालों में बदलाव लाने की दिशा में किए गए प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की। 
इस दौरान जर्मनी के राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने दिल्ली सरकार के स्कूलों और अस्पतालों में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल की जमकर तारीफ की और दिल्ली मेट्रो की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूल बेहद शानदार हो गए हैं। यह बहुत ही आश्चर्यजनक है कि सरकारी स्कूलों को ऐसे बदला जा सकता है। भारत में पहली बार दिल्ली के शानदार सरकारी स्कूलों को देखकर खुशी हुई। पहले सरकारी स्कूलों की स्थिति बेहद खराब थी। दिल्ली सरकार द्वारा महज चार-पांच साल में सरकारी स्कूलों में विश्वस्तरीय बदलाव लाना बहुत ही आश्चर्यजनक है। ये शानदार स्कूल लोगों को बेहतर जीवन देने में बेहद लाभकारी साबित होंगे। मैं स्वयं जाकर सरकारी स्कूल देखना चाहूंगा और हैप्पीनेस क्लास में भी जाना चाहूंगा।
राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने आगे कहा कि दिल्ली भारत का शो-केस है और दिल्ली में हुआ विकास दिख रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली मेट्रो का परिचालन सोलर पावर की मदद से की जा सकती है। अगर दिल्ली सरकार सोलर पावर से मेट्रो का परिचालन करने में जर्मनी का सहयोग लेना चाहेगी, तो हमें सहयोग देने में बहुत खुशी होगी। जर्मनी में एनर्जी सेविंग, बायो डॉयवर्सिटी और स्मार्ट सिटी पर काम किया जा रहा है। जर्मनी दिल्ली सरकार को कई मुद्दों पर एक्सपर्ट की मदद देने के लिए तैयार है। हमें एक्सपर्ट की मदद देने में हमें बहुत खुशी होगी। हम दिल्ली के साथ पार्टनरशिप भी कर सकते हैं। हम वायु प्रदूषण को कम करने पर भी दिल्ली के साथ मिलकर काम करने के लिए इच्छुक हैं। 
बैठक के उपरांत राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने ट्वीट कर कहा, ’’दिल्ली स्कूल सिस्टम, इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, अपशिष्ट प्रबंधन और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग के अवसर तलाशने के साथ-साथ दिल्ली में शासन पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के साथ मेरी बहुत अच्छी बातचीत हुई।’’
बैठक के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन को बताया कि हमने सरकार बनते ही सरकारी स्कूलों और अस्पतालों पर विशेष फोकस किया। सरकारी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस बनाने के लिए कई कदम उठाए। पहले सरकारी स्कूलों की हालत बेहद खराब थी। हमारी सरकार ने सरकारी स्कूलों की पुरानी जर्जर बिल्डिंग को तोड़कर नई बिर्ल्डिंग्स बनाई। सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और प्रिंसिपल को देश-विदेश के नामी संस्थानों में भेज कर उनको ट्रेनिंग दिलवाई गई। जिसके बाद सरकारी स्कूलों में तेजी से बदलाव आने चालू हो गए। हम शुरू से ही अपने कुल बजट का 25 फीसद हिस्सा शिक्षा पर खर्च कर रहे हैं। स्कूल-अस्पताल के साथ ही हमारी सरकार दिल्ली वासियों को 24 घंटे साफ पीने का पानी मुहैया कराने, सीवर व सड़क निर्माण और यमुना की सफाई पर भी काम कर रही है। हमें इन क्षेत्रों में काफी काम करना है। दिल्ली में स्कूल, अस्पताल, बिजली और पानी के क्षेत्र में किए गए अच्छे कार्यों के कारण आज देशभर में हमारी सरकार को जाना जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंत्री सत्येंद्र जैन यमुना की सफाई पर काम कर रहे थे। उनके पास काफी अच्छे-अच्छे आइडियाज हैं। लेकिन केंद्र सरकार ने एक फर्जी आरोप में उनको जेल भेज दिया। इसके बावजूद हम इन क्षेत्रों में सुधार करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। 
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम यमुना की सफाई और दिल्ली की सड़कों को बेहतर बनाने पर तेजी से काम करना चाहते हैं। हम दिल्ली की सड़कों को विश्वस्तरीय बनाना चाहते हैं और इसमें जर्मनी के एक्सपर्ट से मदद लेने पर विचार कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए की गई पहलों का जिक्र करते हुए कहा कि ठंड के मौसम में दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ता है। दिल्ली में हम पराली को जलाने से रोकने पर काम कर रहे हैं। दिल्ली के साथ ही पंजाब सरकार भी पराली को जलाने से रोकने पर काम कर रही है। हमारी सरकार पराली गलाने के लिए बायो डी-कंपोजर का निःशुल्क छिड़काव करवा रही है। साथ ही, हम अन्य फसलों को भी बढ़ावा दे रहे हैं। इसके अलावा, दिल्ली सरकार ने सोलर पावर से संचालित चार्जिंग स्टेशन बनाया है। अपने सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में हम लगातार इलेक्ट्रिक बसों को शामिल कर रहे हैं। 2025 तक सार्वजनिक परिवहन के कुल बस बेड़े में 80 फीसद इलेक्ट्रिक बसों को शामिल हमारा लक्ष्य करना है। सार्वजनिक परिवहन में इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने से वायु प्रदूषण कम हुआ है। साथ ही, हमारी सरकार दो पहिया और तीन पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों को भी बढ़ावा दे रही है। दिल्ली में कुल दो पहिया वाहनों में 15 से 20 फीसद दो पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की भागीदारी हो रही है। दो पहिया और तीन पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़़ावा देने से भी प्रदूषण कम होगा।
बैठक में मौजूद डिप्टी सीएम श्री  मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारी सरकार हर बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने पर काम कर रही है। सरकार ने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकारी स्कूलों में कई पहल शुरू की है। हमने सरकारी स्कूलों में हैप्पीनेस क्लास शुरू की है, जिसकी दुनिया के अन्य देशों में भी तारीफ हो रही है। हैप्पीनेस समेत अन्य पहलों की वजह से हमारे बच्चों का आत्मविश्वास काफी बढ़ा है और अब बच्चे अपने कर्तव्यों के प्रति पहले से ज्यादा जिम्मेदार होते जा रहे हैं। अब हमारे सरकारी स्कूलों के बच्चे को जर्मन और फ्रेंच भाषा भी सिखाई जा रही है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि हम दिल्ली की सड़कों को और बेहतर बनाना चाहते हैं, जिसके लिए अपने इंजीनियर्स को प्रशिक्षित करना चाहते हैं। हम अपने इंजीनियर्स को शिक्षकों की तरह विश्वस्तरीय ट्रेनिंग देना चाहते हैं। जर्मनी से कोई एक्सपर्ट दिल्ली आकर हमारे इंजीनियर्स को ट्रेनिंग देना चाहे तो दे सकता है या हम अपने इंजीनियर्स को जर्मनी भेज कर ट्रेनिंग करा सकते हैं। उन्होंने वायु प्रदूषण के मुद्दे पर कहा कि 15 अक्टूबर के बाद करीब दो महीने के लिए दिल्ली की हवा खराब हो जाती है। इसको कंट्रोल करने पर हम गंभीरता पूर्वक काम कर रहे हैं।
 

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