वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने राजग सरकार के कार्यकाल में महंगाई पर नियंत्रण रखने का दावा करते हुए कहा कि अगले ५ साल में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में १०० लाख करोड़ रु का निवेश का लक्ष्य तय किया है। वित्तमंत्री ने जीएसटी जैसे कर सुधार पर सरकार की पीठ थपथपाते हुए पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम की ओर से उठाए गए सवालों का सिलसिलेवार जवाब दिया। सीतारमण ने कहा कि २०१९-२० के बजट में प्रत्येक अनुमान व्यवहारिक है और इसमें कृषि व निवेश पर जोर से पांच साल में भारत की अर्थव्यवस्था का आकार पांच साल में दोगुना कर ५,००० अरब डॉलर करने की बुनियाद तैयार की गयी है। किसानों की आय दोगुना करने के साथ कृषि उत्पादों का निर्यात २०२२ तक दोगुना करने का लक्ष्य है। सीतारमण ने राज्यसभा में चर्चा का जवाब देते हुए कहा, रक्षा, पेंशन और वेतन तथा आंतरिक सुरक्षा मदों पर व्यय के लिये बजट में पर्याप्त प्रावधान किए गए हैं तथा इसके लिए जरूरी कर और गैर-कर राजस्व जुटाने के उपाय भी किए किये गये हैं। उन्होंने कहा कि बजट में राजकोषीय मजबूती के लक्ष्यों से समझौता किये बिना निवेश बढ़ाने की पूरी योजना के साथ विकास की बड़ी तस्वीर पेश की गई है। अर्थव्यवस्था का आकार मौजूदा २,७०० अरब डॉलर से बढ़ाकर २०२४-२५ तक ५,००० अरब डॉलर के बारे में उठाए गए सवाल पर कहा, यह बिना योजना के नहीं है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था अपने आप नहीं बढ़ती है इसके लिए