इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में 8 विकेट से नॉकआउट करके 27 वर्ष बाद आईसीसी वर्ल्ड कप-2019 के फाइनल में पहुंची है। विश्वकप का खिताबी मुकाबला लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच 14 जुलाई रविवार को होना है। इंग्लिश टीम के कप्तान इयान मोर्गन को अब तक यकीन नहीं हो पा रहा है कि उनकी टीम फाइनल में पहुंच गई है। मोर्गन ने कहा उन्होंने 2015 विश्वकप के शुरुआती चरण में ही बाहर होने के बाद सोचा नहीं था कि हमारी टीम भी किसी दिन फाइनल में पहुंचेगी।
उलेलेखनीय है कि इंग्लैंड की टीम 27 साल में पहली बार विश्वकप फाइनल में पहुंची है। ज्ञात हो कि इंग्लैंड आखिरी बार 1992 में विश्व कप फाइनल में पहुंचा था। खिताबी मुकाबले में पहुंचने के बाद मोर्गन ने कहा एक टीम के रूप में हम खेल का मजा लेना सीख गए हैं, खासकर ऐसे किसी दिन और हालात अनुकूल नहीं हो तो भी। पिछले विश्व कप में पहले ही दौर से बाहर होने के बाद अगर आप पूछते कि क्या फाइनल कभी खेलेंगे तो मैं हंसी में उड़ा देता। उन्होंने कहा मैदान पर और चेंज रूम में भी सभी ने मैच की हर गेंद का मजा लिया।
खिलाड़ियों की ओर से कहीं कोई कमी नहीं थी। इस तरह की गेंदबाजी देखना अद्भुत है। उन्होंने कहा अब रविवार को भी हमें दबाव में नहीं आना है। हमने खुद को विश्व कप फाइनल में खेलने का मौका दिया है। यह सभी के लिए फख्र की बात है। मोर्गन ने अपने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा जब गेंदबाज इस तरह का प्रदर्शन करें तो और क्या चाहिए। हम अपनी रणनीति पर डटे रहे। स्टीव स्मिथ और एलेक्स कैरी की साझेदारी के दौरान भी हमने ऐसा ही किया।
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कभी सोचा नहीं था कि हमारी टीम भी फाइनल में पहुंचेगी : मोर्गन