वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद ने मॉब लिंचिंग को लेकर कहा है कि दिल्ली में ‘भीड़ की हिंसा’ से डर जैसा कोई माहौल नहीं है। उन्होंने ने कहा कि दिल्ली में हम रहते हैं, यहां काम करते हैं लेकिन उन्हें ऐसा नहीं लगता कि यहां लोगों को ‘मॉब लिंचिंग’ से डरने की स्थिति हो। हांलाकि उन्होंने छोटे शहरों और गांवों में ‘भीड़ की हिंसा’ का डर होने की बात जरूर कही। बता दें कि 20 जून को झारखंड के धतकीडीह गांव में तबरेज अंसारी नाम का एक मुस्लिम युवक भीड़ की हिंसा का शिकार हुआ था। चोरी के शक में लोगों ने उसे पकड़कर बुरी तरह से पीटा। उसे 'जय श्री राम' बोलने के लिए मजबूर किया। इसके बाद गंभीर रूप से घायल तबरेज ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। भीड़ की घटनाओं पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का कहना है कि, ‘मुझे लगता है कि दिल्ली के उन इलाकों में डर का कोई माहौल नहीं है, जहां हम रहते हैं या काम करते हैं, लेकिन हां छोटे शहरों और गांवों में इसका डर जरूर है। यह भारतीय की जिम्मेदारी है कि वे इस डर को खत्म करें।’ तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग कांड की पूरे देश में निंदा हुई। इसको लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा था। इस मॉब लिंचिंग की झारखंड की गलियों से लेकर संसद के पटल पर भी गूंजी। पीएम मोदी ने तबरेज अंसारी के साथ हुई मॉब लिंचिंग की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने संसद में कहा कि झारखंड में लिंचिंग की घटना से मुझे दुख हुआ।