भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (फारेक्स) 12 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में 1.11 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 428.80 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले 5 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में फोरेक्स ने 2.23 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 429.91 अरब डॉलर का शिखर छुआ था। इस दौरान फोरेक्स ने लगातार तीसरे सप्ताह नया रिकॉर्ड बनाया था। इससे पहले 13 अप्रैल 2018 को फोरेक्स 426.02 अरब डॉलर तक पहुँचा था, जो एक साल से अधिक समय तक रिकॉर्ड बना रहा। जानकारों के मुताबिक 428 अरब डॉलर का फोरेक्स करीब 10 महीनों तक का आयात संभाल सकता है। इस लिहाज से देश के मौजूदा फोरेक्स से 10 महीनों से ज्यादा समय तक देश का आयात खर्च चल सकता है। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक 12 जुलाई 2019 को समाप्त हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा संपत्ति, फोरेक्स भंडार का एक प्रमुख घटक, 1.11 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 399.697 अरब डॉलर रह गया, जिससे फोरेक्स पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। आरबीआई द्वारा जारी किए आंकड़ों के अनुसार देश का स्वर्ण भंडार 24.30 अरब डॉलर पर बरकरार रहा। वहीं विशेष आहरण अधिकार या विदेशी निकासी अधिकार (एसडीआर) 12 लाख डॉलर की गिरावट के साथ 1.450 अरब डॉलर और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ आरबीआई की आरक्षित स्थिति 15 लाख डॉलर घटकर 3.345 अरब डॉलर की रह गई।