आईसीसी ने सरकारी हस्तक्षेप के बाद जिम्बाब्वे को निलंबित कर दिया और आईसीसी के इस फैसले से सिकंदर रजा सहित जिम्बाब्वे के सभी क्रिकेटर हैरान और निराश हैं क्योंकि उनका मानना है कि इससे उनका करियर समाप्त हो जाएगा। आईसीसी ने जिम्बाब्वे क्रिकेट को वैश्विक संस्था के संविधान के उल्लघंन के लिए तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया जो किसी भी तरह के सरकारी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करती। रजा ने ट्विटर पर भावनात्मक पोस्ट में लिखा कि वह इस तरह से खेल को अलविदा नहीं करना चाहते थे। उन्होंने अपने हैंडल पर लिखा, ‘कैसे एक फैसले ने एक टीम को अजनबी बना दिया। कैसे एक फैसले ने इतने सारे लोगों को बेरोजगार कर दिया। कैसे एक फैसला इतने सारे परिवारों को प्रभावित करता है। कैसे एक फैसले ने इतने सारे करियर खराब कर दिये, निश्चित रूप से मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को इस तरह से अलविदा नहीं करना चाहता था।' वहीं जिम्बाब्वे के आल राउंडर सोलोमोन मायर ने आईसीसी के फैसले के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की भी घोषणा कर दी। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘मैंने खिलाड़ियों और तकनीकी स्टाफ को हाल में दौरे के अंत में अपने फैसले के बारे में बता दिया था। मैं तुरंत प्रभाव से जिम्बाब्वे क्रिकेट के सभी प्रारूपों में संन्यास लेने के अपने फैसले की घोषणा अधिकारिक रूप से करना चाहता था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मौजूदा हालात में इस तरह जाना पड़ रहा है जो मेरे नियंत्रण में नहीं हैं लेकिन मैंने एक नई दिशा में कदम उठाने का फैसला किया है।' जिम्बाब्वे को जनवरी 2020 में भारत का दौरा करना था।