दो अध्ययनों के बाद वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि सुबह जल्दी सोकर उठने से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है। जिन महिलाओं में रोजाना जल्दी उठने की आदत होती है वो उन महिलाओं की अपेक्षा जो देर से सोकर उठती हैं में ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना काफी कम हो जाती है। यह खुलासा दो अध्ययनों में हो चुका है। मेंडेलियन रैंडमाइजेशन नामक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए शोधकर्ताओं ने नींद के तीन ख़ास प्रकारों- सुबह या शाम की नींद (क्रोनोटाइप), नींद की अवधि, और अनिद्रा से जुड़े आनुवंशिक वेरिएंट का गहन विश्लेषण किया। यूके बायोबैंक डेटा के अवलोकन संबंधी विश्लेषण में यह निष्कर्ष सामने आया कि सुबह के समय जल्दी जागने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है। इसमें नींद के समय और इनसोमेनिया (अनिद्रा) से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। ब्रेस्ट कैंसर एसोसिएशन कंसोर्टियम से विश्लेषण ने भी इस बात का समर्थन किया है कि 7 से 8 घंटे की नींद लेना पर्याप्त है। इससे ब्रेस्ट कैंसर की संभावना काफी कम हो जाती है। इसलिए बेहतर है कि रात में जल्दी सोने की आदत डालें ताकि सुबह जल्दी उठने में परेशानी न हो और आपकी सेहत पर भी कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। ऑस्ट्रिया में वियना विश्वविद्यालय के ईवा शर्नहैमर ने बीएमजे नामक पत्रिका में प्रकाशित इन निष्कर्षों को भविष्य के शोध की खोज की जरूरत बताते हुए कहा कि हमारी शरीर की जैविक घड़ी पर तनाव को कैसे कम किया जा सकता है। अध्ययनकर्ताओं ने सुबह जल्दी सोकर उठने वाली - यूके बायोबैंक अध्ययन और ब्रेस्ट कैंसर एसोसिएशन कंसोर्टियम (बीसीएसी) अध्ययन में शामिल तकरीबन चार लाख महिलाओं के डाटाबेस का आंकलन और अध्ययन किया।
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जल्दी जागने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर कम -वैज्ञानिकों ने चार लाख महिलाओं के डाटाबेस का आंकलन किया