
भारतीय टीम के पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा कि चयनकर्ताओं को अनुभवी खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी से बात करनी चाहिये। इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘एक खिलाड़ी खेलना चाहता है लेकिन चयनकर्ताओं को बात करनी होगी कि वह कब तक खेलेगा, वह कैसे खेलेगा, क्या होगा।’
उन्होंने कहा, ‘बड़े खिलाड़ी के मामले में खिलाड़ी को भी विश्वास में लिया जाना चाहिए और उससे बात करनी चाहिए। मुझे लगता है कि कोई फैसला आएगा। अन्यथा लोग लिखते रहेंगे कि उसे संन्यास लेना चाहिए या नहीं लेना चाहिए क्योंकि धोनी ने अबतक कोई बयान नहीं दिया है।’ वहीं अधिकांश विशेषज्ञों का मानना है कि धोनी अब उतने सक्षम नहीं है लेकिन अजहरुद्दीन का मानना है कि वह अब भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना जारी रख सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि अगर वह फिट है और अच्छा खेल रहा है तो उसे खेलना चाहिए। अगर वह फिट है और प्रदर्शन अच्छा है तो वह खेल सकता है। कभी-कभी ऐसा होता है कि इतना खेलने के बाद रूचि खत्म हो जाती है। अगर उसकी रुचि अब भी शत प्रतिशत है तो मुझे लगता है कि वह अच्छा खिलाड़ी है और उसे खेलना चाहिए।’
अजहर ने कहा कि समय आने पर धोनी सही फैसला करेगा। उन्होंने कहा, ‘उसने दो महीने का आराम लिया है। शायद इसके बाद वह बताएगा कि वह क्या करेगा। मुझे लगता है कि वह जब भी करेगा, सही फैसला करेगा।’ अंबाती रायुडू को स्टैंडबाई की सूची में शामिल होने के बावजूद विश्व कप टीम में नहीं भेजे जाने पर अजहरुद्दीन ने कहा, ‘जब कोई खिलाड़ी स्टैंडबाई होता है तो अगर विकल्प की जरूरत है तो मुझे लगता है कि उसे ही चुना जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘अगर आप चयनकर्ता हैं तो आप कप्तान और कोच के आग्रह को नकार सकते हैं। आप कह सकते हैं कि नहीं हम इस खिलाड़ी को भेजेंगे। जब मैं कप्तान था तो कुछ खिलाड़ियों को टीम में चाहता था लेकिन चयनकर्ताओं ने इनकार कर दिया। ऐसा होता है।’