वर्ष 2019 की अप्रैल-जून तिमाही में बैंक ऑफ बड़ौदा को 710 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। बता दें कि 01 अप्रैल 2019 को देना बैंक और विजया बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विलय हो गया था। विलय होने के बाद यह बैंक के पहले नतीजे हैं। स्टैंडअलोन आधार पर देखें तो बैंक को पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में 528 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इस दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 2.61 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 6,496 करोड़ रुपए रही, जबकि अन्य गैर-ब्याज आमदनी 9.95 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 641 करोड़ रुपए रही। गौरतलब है कि बैंक के प्रोविजन 4,167 करोड़ रुपए से 14.22 फीसदी घटकर 3,566 करोड़ रुपए के रह गए। इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा की ऑपरेटिंग आमदनी 4.30 फीसदी की वृद्धि के साथ 8,413 करोड़ रुपए और ऑपरेटिंग मुनाफा 3.84 फीसदी अधिक 4,276 करोड़ रुपए रहा। बैंक ऑफ बड़ौदा का सकल एनपीए अनुपात 12.46 फीसदी से घटकर 10.28 फीसदी और एनपीए अनुपात 5.40 फीसदी से गिरकर 3.95 फीसदी रह गया, जिसका नतीजों पर सकारात्मक असर पड़ा। बैंक ऑफ बड़ौदा की कुल जमा 6.38 फीसदी अधिक 8,95,542 करोड़ रुपए और एडवांस में 6.44 फीसदी बढ़कर 6,33,181 करोड़ रुपए के हो गए।