विमान यात्रा के दौरान, खासतौर पर अगर जर्नी लंबी हो तो, बहुत से लोग शराब का सेवन करते हैं। लोगों को लगता है कि यह समय काटने का अच्छा जरिया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार हवाई यात्रा के दौरान एल्कोहल का सेवन सही नहीं है। जहां तक संभव हो इससे बचना चाहिए। जब आप हवाई यात्रा करते हैं, तो केबिन के अंदर का वातावरण शरीर में पानी की मात्रा को कम कर देता है। कई अध्ययनों में यह साबित हो चुका है कि 8 से 10 घंटे की फ्लाइट के दौरान शरीर में करीब 2 लीटर पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में शराब पीने से शरीर में पानी की मात्रा और ज्यादा कम हो सकती है। जिससे आपको बेचैनी महसूस हो सकती है या बार-बार टॉइलट जाना पड़ सकता है।
एक रिसर्च के मुताबिक, हवाई यात्रा के दौरान शराब का संबंध थिंक-ड्रिंक इफेक्ट से जुड़ा है। अधिक ऊंचाई पर बिना पिए भी हैंगओवर महसूस हो सकता है। जो लोग हवाई यात्रा के दौरान शराब पीते हैं, उनको ज्यादा नशा होता है, क्योंकि थिंक-ड्रिंक इफेक्ट की वजह से अगर लोग सोचेंगे कि वे नशे में हैं तो और ज्यादा नशे वाला बर्ताव करेंगे।
जब आप ज्यादा ऊंचाई पर जाते हैं, तो फेफड़ों की तरह पेट भी फूलने लगता है, जिससे आपको पेट दर्द और कब्ज की समस्या हो सकती है। ऐसे में जब आप एल्कोहल का सेवन करते हैं, तो आप ज्यादा दिक्कत में आ सकते हैं, क्योंकि डॉक्टरों का कहना है कि फ्लाइट के अंदर पेट में गैस बनाने वाली किसी भी चीज के सेवन करने से बचना चाहिए। एल्कॉहॉल मस्तिष्क पर असर डालता है। आसपास के माहौल को भांपने में शरीर गड़बड़ाने लगता है। फैसला करने की और एकाग्र होने की क्षमता कमजोर होने लगती है। उसमें निराशा का भाव और गुस्सा बढ़ने लगता है। ऐल्कॉहॉल की वजह से फ्लाइट में कई बार आपका व्यवहार बदल जाता है, जो आपके लिए दिक्कत की वजह बन सकता है।
एक्सपर्ट की मानें, तो हवा के प्रेशर के चलते आप ड्रिंक तो फटाफट कर लेते हैं, लेकिन उसका रिजल्ट निकलकर आता है आपके अग्रेसिव बिहेवियर के रूप में। अगर आप फ्लाइट में ड्रिंक कर भी रहे हों तो उसके साथ नमक वाली चीजें पूरी तरह से अवाइड करें। ये केवल डिहाइड्रेशन की वजह बन सकती हैं। अगर कनेक्टिंग फ्लाइट है, तो कैफीन लें, लेकिन ऐल्कॉहॉल पूरी तरह अवॉइड करें।
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सही नहीं हवाई यात्रा के दौरान अल्कोहल का सेवन