ऑनलाइन भुगतान कंपनी पेटीएम मनी अपने विस्तार की योजना बना रही है। कंपनी के मुताबिक, वन97 कम्युनिकेशन्स के स्वामित्व वाली पेटीएम मनी 12 से 18 महीनों में अपने निवेश में 250 करोड़ रुपये का इजाफा कर लेगी। बिजनेस के पहले साल में प्रमोटर्स द्वारा किया गया 80 करोड़ रुपये का निवेश के शीर्ष पर होगा। अपने डायरेक्ट म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूशन के माध्यम से करीब 1 मिलियन ऐक्टिव यूजर्स का रीटेल बेस तैयार करने के बाद कंपनी कम लागत वाले ब्रोकिंग मॉडल को तोड़ने की योजना बना रही है। स्टॉकब्रोकिंग और डिपॉजिटरी सेवाएं प्रदान करने के लिए इसे पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।
पेटीएम मनी का सेबी के साथ इंवेस्टमेंट अडवाइजर के तौर पर रजिस्टर होना, इसे दूसरे डिस्ट्रिब्यूटर्स से अलग बनाता है। इसके बाद भी यह किसी तरह का कमीशन नहीं लेती और इसके इंवेटर्स देश के सभी 40 म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट स्कीम में इंवेस्ट कर सकते हैं। यहां कस्टमर्स द्वारा इंवेस्टमेंट और रिडेम्प्शन दोनों ही बिना किसी व्यक्ति के हस्तक्षेप के मोबाइल ऐप के माध्यम से ही हो जाता है। इसके द्वारा कम से कम 100 रुपये का सिस्टमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) किया जा सकता है।
हमारे एक बातचीत में पेटीएम मनी के डायरेक्टर प्रवीण जाधव ने बताया कि लॉन्च होने के एक साल के अंदर ही डायरेक्ट एसआईपी इंवेस्टमेंट प्लान्स के लिए कंपनी सबसे बड़ी प्लेटफॉर्म बन गई है। जाधव ने कहा, 'देश में होने वाले कुल एसआईपी रजिस्ट्रेशन 40 प्रतिशत पेटीएम मनी के माध्यम से होते हैं। हम मार्केट का विस्तार कर रहे हैं क्योंकि हमारे 80 प्रतिशत यूजर्स कैपिटल मार्केट में पहली बार इंवेस्ट करने वाले हैं और देश के टॉप 30 शहरों से आते हैं।' जाधव के अनुसार, माइक्रो-एसआईपी को सक्षम करने से म्यूचुअल फंड इंवेस्टर मार्केट का विस्तार, आने वाले 4 से 5 साल में 19 मिलियन से बढ़कर 50 मिलियन हो जाएगा।
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पेटीएम मनी जल्द ही में अपने निवेश में करेगी ढाई सौ करोड़ रुपये का इजाफा