अमेरिका और रूस ने शीतयुद्ध काल की एक मिसाइल डील को रद्द कर दिया और इस कदम से वैश्विक महाशक्तियों के बीच हथियारों की होड़ की आशंका मंडराने लगी है। इंटरमीडिएट रेंज न्यूक्लियर फोर्सेज (आईएनएफ) संधि पारंपरिक और परमाणु दोनों ही तरह की मध्यम दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल को सीमित करती है। यह संधि 1987 में हुई थी। बैंकॉक में क्षेत्रीय मंच में रूस द्वारा इस संधि को मृत बताया गया था जिसके कुछ ही देर बाद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ ने पहले से तैयार बयान में अमेरिका के इस संधि से अलग होने की घोषणा की। दोनों ही पक्ष पिछले कुछ महीनों से इस संधि से अलग होने की मंशा के संकेत दे रहे थे और एक-दूसरे पर संधि की शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगा रहे थे। आसियान के विदेश मंत्रियों की एक बैठक में पॉम्पिओ ने कहा कि इस संधि के खत्म होने के लिए सिर्फ रूस जिम्मेदार है। पॉम्पिओ की घोषणा से थोड़ी देर पहले मॉस्को में रूस के विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिकी की पहल पर संधि समाप्त कर दी गई है। आईएनएफ संधि 500 से 5,500 किलोमीटर क्षमता के बीच की मिसाइलों के इस्तेमाल को सीमित करता है।