दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ-इन ने अमेरिका के लिए नए राजदूत के तौर पर उस व्यक्ति को नियुक्त किया। जिन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को ‘‘विश्वासघाती’’बताया था। इसके एक महीने पहले अमेरिका में ब्रिटेन के राजदूत को अमेरिकी राष्ट्रपति की आलोचनाओं के कारण इस्तीफा देना पड़ा था। साल 2000 की शुरुआत में सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद ली सू-ह्यूक उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर हुई छह दलीय वार्ता में सोल के मुख्य वार्ताकार थे। हालांकि पिछले साल दक्षिण कोरिया के एक अखबार ने उनके हवाले से ट्रंप की आलोचना की थी। ली से व्हाइट हाउस में उस घटना के बारे में पूछा गया था जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक रिपोर्टर के सवाल पर मून के जवाब को अनुवाद करने नहीं दिया था।उन्होंने कहा था,मुझे पूरा भरोसा है कि मैंने पहले यह सुना है। ली ने अखबार से कहा था,यह ट्रंप का स्टाइल है।मुझे नहीं लगता कि उन्होंने ऐसा केवल मून के साथ किया। वह विश्वासघाती हैं। सच बताऊं तो मुझे अच्छा नहीं लगा।