अमरीका और चीन के बीच ट्रेड वॉर की वजह से भारत के हीरा कारोबार में गिरावट देखी जा रही है। तराशे गए हीरों का निर्यात पिछले साल की जुलाई की तुलना में इस साल जुलाई में 18.15 प्रतिशत तक गिरा है। इस साल के शुरुआती 4 महीनों के मुकाबले निर्यात में गिरावट 15.11 प्रतिशत है। चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 4 महीनों में जेम्स एंड ज्वैलरी निर्यात में कुल 6.67 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। जानकारी के मुताबिक पिछले साल जुलाई में जेम्स एंड ज्वैलरी का कुल एक्सपोर्ट 20,955.10 करोड़ रुपए था, जो इस साल जुलाई में 11.08 प्रतिशत कम होकर 18,633.10 करोड़ रुपए रह गया। बीते वित्त वर्ष में अप्रैल से जुलाई के बीच जेम्स एंड ज्वैलरी का कुल निर्यात 90,295.58 करोड़ रुपए रहा था, जो इस साल अप्रैल से जुलाई के दौरान 6.67 प्रतिशत घटकर 84,272.30 करोड़ रुपए रह गया। गोल्ड ज्वैलरी एक्सपोर्ट में भी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले साल जुलाई में सोने के आभूषणों का निर्यात 7,021.35 करोड़ रुपए का रहा था, जो इस साल जुलाई में 5.62 प्रतिशत घटकर 6,626.92 करोड़ रुपए रह गया। इस साल अप्रैल से जुलाई के बीच गोल्ड ज्वैलरी एक्सपोर्ट 28,359.43 करोड़ रुपए रहा। यह आंकड़ा पिछले साल इसी अवधि में हुए एक्सपोर्ट से 2.11 प्रतिशत कम है। अप्रैल-जुलाई, 2019 में सोने के आभूषणों का निर्यात 28,970.89 करोड़ रुपए रहा था।
जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के उपाध्यक्ष कॉलिन शाह ने बताया कि अमरीका और चीन के बीच ट्रेड वॉर ने भारत से होने वाले कट एंड पॉलिश्ड डायमंड के निर्यात पर गंभीर असर डाला है। इस ट्रेड वॉर के चलते चीन को किए जाने वाले निर्यात में भारी गिरावट हुई है। शाह ने बताया कि अमरीका की तरफ से चीन पर लगने वाले इस नए शुल्क के चलते चीन की कई डायमंड निर्माता कम्पनियां अपना मैन्यूफैक्चरिंग बेस भारत में लगाने के प्रति रुचि दिखा रही हैं। हालांकि भारत में टैक्स की अधिक दरों और स्पेशल इकोनॉमिक जोन को लेकर कई मुद्दों के चलते चीनी कम्पनियों को भारत में यूनिट सैटअप करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
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भारत का हीरा कारोबार फीका पड़ा - निर्यात में आई 15 फीसदी की गिरावट