भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कोच रहे दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले का मानना है कि हर जगह हितों का टकराव होता है लेकिन सही जानकारी देना जरुरी है हितों के टकराव के आरोपों के कारण हाल में कई दिग्गज क्रिकेटरों जैसे सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली को नोटिस जारी किया गया और अब राहुल द्रविड़ भी इस सूची में शामिल हो गए हैं। इसपर कुंबले ने कहा, ‘मेरा मानना है कि प्रत्येक पेशे में, जिंदगी के हर पड़ाव में टकराव होता है। आप इससे कैसे निबटते हैं, आप पहले इनका कैसे खुलासा करते हैं यह महत्वपूर्ण है। एक बार जब लोगों को पता चल जाएगा कि आप इन चीजों में संलिप्त हैं तो फिर मुझे नहीं लगता कि किसी तरह का टकराव होगा।' कुंबले ने इस स्थिति को दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि क्योंकि भारत के 300 टेस्ट क्रिकेटर में से केवल 50 प्रतिशत ही जीवित हैं और वे भी ऐसी स्थिति में क्रिकेट को अपनी सेवाएं नहीं दे पाएंगे। कुंबले ने आगे कहा, ‘देश में अभी तक केवल 300 टेस्ट क्रिकेटर ही हुए हैं और उनमें से 50 प्रतिशत ही जीवित हैं। यही क्रिकेटर वापस क्रिकेट को कुछ दे सकते हैं। अगर आप नहीं चाहते कि वे वापस क्रिकेट की सेवा करें तब मुझे लगता है कि आपको क्रिकेट में योगदान देने के लिए किसी अन्य को ढूंढना होगा।' कुंबले ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हर क्रिकेटर को हितों के टकराव से जूझना पड़ता है और आप जानते हैं कि इनमें से कुछ ही योगदान दे सकते हैं। केवल कुछ क्रिकेटर ही भारत की तरफ से खेले हैं।