जीवन शैली में बदलाव कर ब्लड शुगर लेवल को कम कर आप इस बीमारी को कंट्रोल में जरूर रख सकते हैं। वैसे तो ब्लड शुगर लेवल बिगड़ने पर व्यक्ति को स्वास्थ संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं लेकिन डायबीटीज के मरीज को यह सीधे अस्पताल पहुंचा सकता है। इससे बचने के लिए बेहतर है कि अपनी दिनचर्या व खान-पान में कुछ बदलाव कर ब्लड शुगर लेवल को मेनटेन रखा जाए। एक अध्ययन में पाया गया है कि विटमिन-सी की खुराक लेने से डायबीटीज के मरीजों को दिनभर में बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद मिल सकती है। शोध में यह भी पाया गया है कि विटमिन-सी टाइप-2 डायबीटीज वाले लोगों में रक्तचाप को कम करता है, जिससे हृदय की हालत अच्छी रहती है। टाइप 2 डायबीटीज के मरीजों के लिए बादाम का सेवन बेहद फायदेमंद है। एक स्टडी में यह बात सामने आयी है कि हर दिन 60 ग्राम बादाम का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी काफी कम हो जाता है। साथ ही डायट में बादाम को शामिल करने से सेरम ग्लूकोज लेवल भी 6 प्रतिशत तक कम हो जाता है। अपनी डायट में कार्ब की मात्रा को नियंत्रित करें। कार्ब्स को बॉडी शुगर में तोड़ती है जिसमें बड़ा हिस्सा ग्लूकोज का होता है। इस शुगर को इंसुलिन सेल्स में पहुंचाती है। यानी जितने ज्यादा कार्ब्स उतनी ज्यादा शुगर आपके ब्लड सेल्स में पहुंचेगी। आप चाहें तो कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट जैसे साबुत अनाज, वेजिटेबल्स और लो सैचुरेटेड फैट को डायट में शामिल कर सकते हैं। आप लो-फैट मीट और डेयरी प्रॉडक्ट्स भी ले सकते हैं। चीनी से बनी चीजें से परहेज करें। रोज एक्सर्साइज करें। अगर हेवी वर्कआउट नहीं भी कर पा रहे हैं तो वॉकिंग, जॉगिंग या योग जरूर करें। इससे आपको फैट कंट्रोल करने के साथ ही वजन कम करने और इंसुलिन लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। व्यायाम से शरीर की मांसपेशियां इंसुलिन का ज्यादा इस्तेमाल करती हैं जिससे ब्लड शुगर लेवल मेनटेन रहता है। स्ट्रेस लेवल बढ़ने पर बॉडी के शुगर लेवल पर भी असर पड़ता है।