भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल और पुरूष टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि उनकी टीमें ओलंपिक टेस्ट प्रतियोगिता से पहले आत्मविश्वास से भरी और दुनिया की किसी भी टीम को हराने की क्षमता रखती है। ओलंपिक टेस्ट टूर्नामेंट शनिवार को यहां ओई हाकी स्टेडियम में शुरू होगा जिसमें भारतीय पुरूष और महिला दोनों टीमें खेलेंगी। दोनों टीमें एफआईएच ओलंपिक क्वालीफार की तैयारियों में लगी हैं जो इस साल के अंत में नंवबर में आयोजित होने हैं। एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर का विजेता 2020 टोक्यो ओलंपिक में अपना स्थान पक्का कर लेगा। हरमनप्रीत की अगुवाई वाली टीम में कुछ अनुभवी खिलाड़ी मौजूद नहीं होंगे जिन्हें आराम दिया गया है। इससे टीम अपने कप्तान और उप कप्तान मंदीप सिंह से प्रेरणा लेना चाहेगी। हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘हमारे पास मलेशिया, जापान और न्यूजीलैंड के खिलाफ युवा खिलाड़ियों को परखने का मौका है। ये अच्छी टीमें हैं और हम अपने मुख्य कोच के हिसाब से अच्छी तरह सामंजस्य बिठा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे लिये अच्छा टूर्नामेंट होगा, हम अच्छी तरह तैयार हैं और हर मैच को जीतने के इरादे से उतरेंगे। कप्तानी बड़ी जिम्मेदारी है और मैं टीम के लिये अच्छा प्रदर्शन करने के लिये तैयार हूं। ’’ विश्व रैंकिंग में 10वें नंबर की महिला टीम को हालांकि आस्ट्रेलिया (दूसरी रैंकिंग), चीन (11वीं रैंकिंग) और जापान (14वीं रैंकिंग) से कड़ी चुनौती मिलेगी। इनमें आस्ट्रेलिया सबसे मजबूत होगी जिससे भारतीय टीम पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में 0-1 से मिली हार के बाद से नहीं खेली है। हालांकि रानी का मानना है कि एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर में खेलने से पहले बड़ी टीम से खेलने से उनकी टीम को बड़ी चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी।