पाकिस्तान के तीन पूर्व राजनयिकों ने जम्मू-कश्मीर में हिंसा को बढ़ावा देने संबंधी बयान दिए हैं। अनुच्छेद 370 खत्म करने के मामले पर चर्चा कर रहे राजनयिकों ने कहा कि अगर कोई अपने अधिकारों के लिए हथियार उठाता है, तो इसमें कुछ गलत नहीं है। राजनयिक अशरफ जहांगीर काजी, अब्दुल बासित और शाहिद मलिक ने यह बात कही। बासित 2014 में भारत में पाक के उच्चायुक्त भी रहे हैं। अब्दुल बासित ने कहा, अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक, अगर कोई अपने अधिकारों के लिए लड़ रहा है और कोई देश उसकी मदद करे, तो यह अवैध नहीं माना जाएगा। वहीं, अशरफ जहांगीर काजी ने कहा, यदि आप अपने अधिकारों और आजादी के लिए हथियार उठाते हैं, अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक यह भी वैध ही है। भारत सरकार ने 5 अगस्त को संसद में प्रस्ताव पास कर जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म कर दिया। इसके बाद से ही पाकिस्तान सरकार अन्य देशों से फोन पर बात कर भारत के खिलाफ एक होने की अपील कर रहा है, लेकिन हर जगह से उसे नाकामी ही मिल रही है।