
हाल ही में किए गए शोध में अब मोटापे की एक और वजह सामने आई है। शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि आंत में पाए जाने वाले बैक्टीरिया कुछ लोगों की सेहत के लिए लाभकारी होते हैं, परंतु कई लोगों में मोटापे के खतरे को भी बढ़ा सकते हैं। स्वीडन के शोधकर्ताओं ने बताया कि गट (आंत) बैक्टीरिया और मोटापे के बीच नए जुड़ाव का पता लगाने के लिए पशुओं पर अध्ययन किया गया। इसमें पता चला कि रक्त में मौजूद कुछ खास एमिनो एसिड का मोटापा और गट बैक्टीरिया माइक्रोबायोटा से जुड़ाव हो सकता है। एक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, मोटापे से संबंधित मेटाबोलिक (चयापचय) का जुड़ाव आंत में पाए जाने वाले चार प्रकार के बैक्टीरिया ब्लाटिया, डोरिया, रुमिनोकोकस और एसएचए-98 से होता है। दरअसल, गट माइक्रोबायोटा हमारे मोटाबॉलिज्म पर असर डालता है और इसके चलते हृदय रोग और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ सकता है। यह निष्कर्ष 674 लोगों पर किए गए अध्ययन के आधार पर शोधकर्ताओं ने निकाला है।