
अक्सर नींद ना आने पर कभी डॉक्टरों की सलाह पर तो कभी खुद ही नींद की गोलियों का सेवन करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। दरअसल, नींद की ये गोलियां आपको जहर से भी ज्यादा नुकसान पहुंचा रही हैं, जिसकी वजह से आपकी जान भी जा सकती है। लंबे समय तक नींद की गोलियां लेने से याददाश्त कमजोर होने के साथ ही ये नर्वस सिस्टम को कमजोर होता हैं। डॉक्टरों की मानें तो ज्यादा मात्रा में इसे खाने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। रीढ़ की हड्डी और दमे की मरीजों के लिए यह और ज्यादा दिक्कत देती है। इन गोलियों से ब्लड प्रेशर, सिरदर्द और स्नायु संबंधी जैसे रोग हो जाते हैं। इसके सेवन से रक्त नलिकाओं में थक्के भी बन जाते हैं। हाई डोज में गोलियां लेने से भूख भी घट जाती है। रोजाना नींद की गोलियां लेने से हर समय आलस्य, सुस्ती और थकान रहती है। जानकाकरी के अनुसार प्रेग्नेंट महिलाओं को इन दवाईयों से कई तरह की समस्याएं होती हैं। इससे बेचैनी तो बढ़ती ही है, साथ ही गर्भस्थ शिशु गंभीर विकृतियों का शिकार हो सकता है। इसलिए इस दौरान तो इन गोलियों को बिल्कुल अवॉयड करें। वैज्ञानिकों ने नींद की दवाओं में मौजूद तत्व जोपिडेम को दिल की बीमारियों की वजह बताया है। एक से ज्यादा गोलियां लेने से शख्स के कोमा में जाने का खतरा बढ़ जाता है।