जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के कप्तान हैमिल्टन मसाकाद्जा अफगानिस्तान और बांग्लादेश के साथ खेली जाने वाली टी-20 ट्राई सीरीज के बाद क्रिकेट से संन्यास लेंगे। जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम का अभी खराब दौर चल रहा है। अभी पिछले ही महीने आईसीसी ने टीम पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिम्बाब्वे क्रिकेट पर आरोप लगा था कि वह क्रिकेट के नाम पर आ रहे पैसे का गलत इस्तेमाल कर रहा है। टीम प्रतिबंधित हो जाने के बाद से ही जिम्बाब्वे के कई खिलाड़ी बेहद परेशान भी थे ओर कुछ ने संन्यास ले भी लिया है। हालांकि हैमिल्टन मसाकाद्जा का कहना है कि वह युवा खिलाडिय़ों को मौका देने चाहते हैं और उन्हें लगता है कि यही सही समय है। 36 साल के बल्लेबाज ने इस दौरान वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला शतक और बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज जीत को अपने करियर की मुख्य विशेषता बताई। हैमिल्टन ने अब तक खेले गए 38 मैचों की 76 पारियों में 30.04 के औसत से 2222 रन बनाए हैं जिसमें 5 शतक भी शामिल हैं। एकदिवसीय की बात करें तो 209 मैचों में उनके नाम 5658 रन दर्ज हैं जिसमें 5 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं। एकदिवसीय में 178 रन उनका एक पारी का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। उन्होंने 17 साल की उम्र में डैब्यू टेस्ट में शतक लगाया था।