जिम्बाब्वे के राष्ट्रीय नायक के रुप जाने जाने वाले पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे का निधन हो गया है। उनको अगले रविवार को दफनाये जाने की संभावना है। यह जानकारी सरकारी मीडिया ने दी। पूर्व छापामार नेता मुगाबे 1980 में अल्पसंख्यक श्वेतों के शासन से जिम्बाब्वे की आजादी के बाद देश के पहले नेता बने और 2017 तब तक सत्ता में रहे जब उन्हें इस्तीफा देने के लिए बाध्य किया गया। मुगाबे का शुक्रवार को सिंगापुर में निधन हो गया। राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता जॉर्ज चरम्बा के हवाले से कहा कि मुगाबे का पार्थिव शरीर बुधवार को जिम्बाब्वे लाया जाएगा। 1980 में सत्ता संभालने के बाद मुगाबे को जिम्बाब्वे के लोगों का मजबूत समर्थन हासिल था लेकिन दशकों के दमन, आर्थिक कुप्रबंधन और चुनावों में धांधली के आरोपों के बाद उनके प्रति समर्थन कम होता गया। मुगाबे को यद्यपि बहुत से लोग राष्ट्रीय नायक के रूप में देखते हैं। वहीं कुछ लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया कि वे उनकी कमी महसूस करते हैं क्योंकि उनके उत्तराधिकारी इमर्सन मननगाग्वा अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में असफल रहे और असहमति को कुचलने के लिए सेना का इस्तेमाल किया। चरम्बा के अनुसार मननगाग्वा और परिवार के सदस्य राजधानी हरारे स्थित हवाई अड्डे पर उनके पार्थिव शरीर को प्राप्त करेंगे। शव को हरारे से करीब 85 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में ग्रामीण क्षेत्र स्थित उनके घर ले जाया जाएगा। उसके बाद पार्थिव शरीर को सार्वजनिक दर्शन के लिए विशाल स्टेडियम में रखा जाएगा।