अडानी ग्रुप ने मुंबई एयरपोर्ट में दो दक्षिण अफ्रीकी कंपनियों की 23.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का विचार किया है। इस पर गौतम अडानी का मुकाबला जीवीके ग्रुप से होगा, जिसने दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी खरीदकर मुंबई एयरपोर्ट में हिस्सेदारी बढ़ाने में दिलचस्पी दिखाई थी। अडानी ग्रुप, मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (मायल) में एयरपोर्ट्स कंपनी साउथ अफ्रीका (एसीएसए) और बिडवेस्ट के शेयर खरीदना चाहता है। मायल ज्वाइंट वेंचर है, जिसमें इन दोनों के साथ जीवीके ग्रुप हिस्सेदार है। ऐसे सौदे में मायल की कीमत 9,500 करोड़ रुपए लग सकती है। जानकारी के मुताबिक ऑफर मिलने के बाद दक्षिण अफ्रीकी कंपनियों ने राइट ऑफ फर्स्ट रिफ्यूजल का दावा किया है। माना जा रहा है कि वे इस कंपनी से निकलना चाहती हैं। इसलिए हैदराबाद में मुख्यालय रखने वाला इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रुप जीवीके फंड जुटाने की कोशिय कर रहा है। कहा जा रहा है कि देश के दूसरे सबसे व्यस्त एयरपोर्ट का अडानी ग्रुप टेकओवर करना चाहता है। मायल के ज्वाइंट वेंचर पार्टनर्स के बीच समझौते के मुताबिक फर्स्ट राइट ऑफ रिफ्यूजल का इस्तेमाल एक ही बार किया जा सकता है। जीवीके के पास भागीदार के शेयर खरीदने के लिए फंड जुटाने के लिए फरवरी तक का ही समय है। अगर तब तक वह रकम का इंतजाम नहीं कर पाया तो संबंधित पक्षों के बीच कॉरपोरेट या लीगल जंग शुरू शुरू हो सकती है।