(व्यंग्य) चंदा पर चंद्रयान का चालान (
व्यंग्य साहित्य के हवाले से पुख्ता खबर है कि इंस्पेक्टर मातादीन का चंद्रमा पर एक क्षत्र अधिकार है। इतिहास गवाह है कि साहित्य हमेशा से इतिहास रचता रहा है। मातादीन जी को मूलतः भारतीय पुलिस सेवा से ही चांद पर हमारे पूर्वज हरिशंकर परसाई जी ने चांद पर भेजा था। जैसे लड़की अपने मायके की परम्परायें ससुराल में चलाने लगती है या जैसा कि सरकारी विभागो में होता है कि मूल विभाग की कार्य पद्धति , वहां के सर्क्युलरर्स इत्यादि , केवल नाम बदलकर लगभग यथावत डेपुटेशन में पदस्थ अधिकारी नये विभाग में अपना लेता है। ठीक वैसे ही मातादीन जी भारतीय पोलिस के कायदे कानून चांद पर अपनाते रहे हैं। हाल ही जब देश में वाहनो के चालान का नया कानून लागू हुआ तो मातादीन जी के दिल्ली में बैठे खास गुर्गे ने , डाक पैड से ही किनारे निकालकर नये परिपत्र की फोटो खींचीं और उसे तुरंत मातादीन जी को व्हाट्सअप कर दिया। आनन फानन में मातादीन जी ने उसे चांद पर अपनाने के लिये भारत सरकार की जगह चांद सरकार लिखकर जारी कर दिया। इधर चांद पर यह नया कानुन लागू हुआ और उधर भारतीय समय से रात डेढ़ बजे चंद्रयान दो से निकले विक्रम ने चांद में एंट्री ली। जैसे हम देखते आये हैं शहर से दो एक किलोमीटर आउटर पर हमारे पोलिस वाले ग्रुप में ट्रको को घेर कर रोकते चालान काटते , सरकार और पोलिस का राजस्व बढ़ाने का महत्वपूर्ण कार्य करते आये हैं , बिल्कुल उसी तरह चांद से दो किलोमीटर पहले ही मातादीन की टीम ने लाखो किलोमीटर की यात्रा कर आये रोवर विक्रम को घेर लिया। इधर प्रधानमंत्री सहित सारा देश दुनियां टी वी पर लाल हरी लाइनो के विक्रम परिपथ को एक होते देख रही थी , इतिहास बनने को था और चांद पोलिस की कड़क आवाज हुई किनारे लगा। विक्रम परिपथ के किनारे लग गया। हैल्मेट , पेपर्स , नम्बर प्लेट , रजिस्ट्रेशन , इंश्योरेंस वगैरह की जांच की जाने लगी। इस बीच विक्रम भाई के मोबाईल की बैटरी ही डाउन हो गई , मोबाईल स्विच आफ हो गया। विक्रम ने लाख मिन्नतें की पर पोलिस तो पोलिस ही होती है , फिर वह धरती की हो या चांद की। व्हाट्सएप के संदेश बता रहे हैं कि जितने की गाड़ी नहीं उससे ज्यादा के चालान कट रहे हैं। विक्रम जी तो कैशलेस हैं , सो उन्हें चांद थाने के आहाते में जब्त कर सुरक्षित रख दिया गया है। हम तो इसरो अम्मा की इस कोशिश में मन वचन कर्म से उनके साथ हैं कि किसी तरह चालान राशि जमा करने के लिये हमारा संपर्क रोवर से हो पाये।
नेशन रीजनल
(व्यंग्य) चंदा पर चंद्रयान का चालान