उभयलिंगी (बाइसेक्सुअल) होना दिल की सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। एक अध्ययन में सामने आया है कि उभयलिंगी लोगों में हेट्रोसेक्सुअल (विषमलिंगी) पुरुषों की तुलना में दिल संबंधी रोगों का खतरा ज्यादा होता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, पुरुषों में यौन उन्मुखीकरण का दिल के रोगों के संबंध के बारे में बहुत कम जानकारी है। इस तथ्य के बावजूद गे या बाइसेक्सुअल पुरुषों में परिवर्तनीय कारकों जैसे तंबाकू सेवन व खराब मानसिक स्वास्थ्य के आधार पर दिल संबंधी रोगों का जोखिम ज्यादा होता है। न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के बिली कासेरेस ने कहा कि हमारे निष्कर्षों से पुरुषों के दिल संबंधी स्वास्थ्य पर यौन उन्मुखीकरण का असर उजागर होता है। यह चिकित्सकों व सार्वजनिक स्वास्थ्य चिकित्सकों को बाइसेक्सुअल पुरुषों में दिल के रोगों के जोखिम को कम करने व रोकथाम के लिए उनकी जांच करने की सलाह देता है। इस अध्ययन का प्रकाशन पत्रिका ‘एलजीबीटी हेल्थ’ में किया गया है। इसमें शोधकर्ताओं ने दिल के रोगों व इनकी जांच के लिए परिवर्तनीय जोखिम कारकों में अंतर का परीक्षण किया है। इसमें विभिन्न यौन उन्मुखीकरण वाले 7,731 पुरुषों का परीक्षण किया गया, जिनकी आयु 20 से 59 वर्ष के बीच रही है।