फार्मासिस्टों के कंधों पर स्वास्थ्य सेवाओं की बड़ी जिम्मेदारी
बस्ती । विश्व फार्मासिस्ट दिवस के अवसर पर फार्मासिस्ट फाउन्डेशन द्वारा बुधवार को प्रेस क्लब में गोष्ठी का आयोजन कर फार्मासिस्टों की समस्याओं पर विचार किया गया। मुख्य अतिथि उप जिलाधिकारी सदर शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में फार्मासिस्टों का विशेष योगदान है। इनके कंधों पर ही स्वास्थ्य सेवाओं की बड़ी जिम्मेदारी है। ज्वाइंट मजिस्टेªट प्रकाश मीणा ने कहा कि फार्मासिस्ट डे वह दिन है जब इस क्षेत्र के लोगों को उनके कर्तव्य की याद दिलाता है।
मुख्य चिकित्साधिकारी अरविन्द कुमार गुप्ता ने कहा कि फार्मासिस्ट चिकित्सा क्षेत्र की रीढ है। उनकी स्थानीय स्तर की मांगों पर गंभीरता से विचार कर निर्णय लिये जायेंगे। अनुज्ञापन प्राधिकारी ‘डी.एल.ए.’ एजाज अहमद ने कहा कि फार्मासिस्टों का शोषण नहीं होने दिया जायेगा और फर्जी मेडिकल स्टांेरों पर कार्रवाई होगी।
फार्मासिस्ट फाउन्डेशन जिलाध्यक्ष प्रमेन्द्र कुमार ने फार्मासिस्टों की समस्याओं को बिन्दुवार रखते हुये कहा कि वर्ष 2002 के बाद से ही फार्मासिस्टों के नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। फार्मासिस्टों की घोर उपेक्षा के कारण उनका भविष्य अधर में है। मांग किया कि नियुक्ति प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से शुरू कराने के साथ नियुक्ति प्रक्रिया नियमावली में आवश्यकता के अनुरूप संशोधन किया जाय।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये फार्मासिस्ट फाउन्डेशन के प्रदेश प्रवक्ता रजतराय ने फार्मासिस्टों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा करते हुये कहा कि केन्द्र और राज्य स्तर पर उनकी मांगे लम्बित हैं। अनेकों ज्ञापन दिये जा चुके हैं किन्तु सरकार उस पर चुप्पी साधे हुये है। चेतावनी दिया है कि यदि मांगे शीघ्र पूरी न हुई तो फार्मासिस्ट प्रदेश व्यापी आन्दोलन छेड़ने को बाध्य होंगे।
गोष्ठी के बाद फाउन्डेशन के सदस्यों में अतिथियों ने सदस्यता प्रमाण पत्र का वितरण किया। कार्यक्रम का संचालन मण्डल उपाध्यक्ष विजय पाण्डेय और अध्यक्षता वैभव श्रीवास्तव ने किया। सोहेल अहमद, सुरेन्द्र चौधरी, प्रमोद चौधरी, फारूक अब्दुल्ला, पवन चौधरी, अजय चौधरी, सलाहुद्दीन, पवन रौनियार, श्याम मोहन चौधरी, आशीष श्रीवास्तव, राम अवतार गौतम के साथ ही फाडन्डेशन के अनेक पदाधिकारी, फार्मासिस्ट कार्यक्रम में शामिल रहे।