आरबीआई ने जीडीपी अनुमान 6.9 फीसदी से घटाकर 6.1 किया
मुंबई । अर्थव्यवस्था की कमजोर गतिविधियों को देखते हुए भारत रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्त वर्ष 2019-2020 के लिए जीडीपी का अनुमान 6.9 फीसदी से घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया है। आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) ने ग्रोथ रिवाइव करने के लिए रेट में नरमी का नजरिया बरकरार रखने का फैसला किया है। कमिटी ने कहा है कि जब तक ग्रोथ पटरी पर नहीं आती तब तक वह रेट में कटौती जारी रखेंगे। आरबीआई ने अप्रैल-जून 2021 तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 0.2 फीसदी घटाकर 7.2 फीसदी कर दिया है। वित्त वर्ष 2021 के लवि जीडीपी की ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान है। ग्रोथ की सुस्ती पर बात करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कमजोर मांग के कारण लगातार दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ कमजोर रही है। इससे संकेत मिल रहा है कि ग्रामीण और शहरी मांग में कमजोरी बनी हुई है। मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू हर दो महीने में एक बार होती है। अगला रिव्यू 3-5 दिसंबर को होने वाला है। यह इस साल का चौथा मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू था। आरबीआई ने शुक्रवार की बैठक के बाद बताया कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2019 में जीडीपी की ग्रोथ घटकर पांच फीसदी पर आ गई। विशषज्ञों का कहना है कि जीडीपी ग्रोथ 6.9 फीसदी से घटकर 6.3-6.5 फीसदी हो सकती है लेकिन सभी जानकार एक मत हैं कि आरबीआई दूसरी छमाही के लिए रिटेल महंगाई अनुमान में बदलाव नहीं करेगा।
नेशन इकॉनमी रीजनल
आरबीआई ने जीडीपी अनुमान 6.9 फीसदी से घटाकर 6.1 किया