जानलेवा साबित हो सकती है नींद की गोलियां खाने की आदत
न्यूर्याक । नींद की गोलियां खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। नींद की गोलियां खाने की आदत जानलेवा साबित हो सकती है। गर्भवती महिला को नींद की गोलियां नहीं लेनी चाहिए। इससे बेचैनी तो बढ़ती ही है, गर्भस्थ शिशु गंभीर विकृतियों का शिकार हो सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान नींद न आने की दिक्कत हो तो केवल डॉक्टर की सलाह पर ही कोई दवा लें। डॉक्टरों की मानें, तो नींद की गोलियां ज्यादा खाने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। वैज्ञानिकों ने नींद की दवाओं में मौजूद तत्व जोपिडेम को दिल की बीमारियों की वजह बताया है। रोजमर्रा के रूटीन में फेरबदल कर नींद की गोलियों से बचा जा सकता है। जो लोग रोज एक गोली लेने के बजाए उससे ज्यादा गोलियां खाते हैं, उनके कोमा में जाने का खतरा होता है। रीढ़ की हड्डी और दमे की दिक्कत वाले मरीजों के लिए यह खतरा और ज्यादा होता है। इन गोलियों से ब्लड प्रेशर, सिरदर्द और स्नायु संबंधी रोग हो जाते हैं। लंबे समय तक नींद की गोलियां लेने से याददाश्त कमजोर हो जाती है। नींद की गोलियां नर्वस सिस्टम को कमजोर कर देती हैं। इससे नर्वस सिस्टम संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। रक्त नलिकाओं में थक्के भी बन जाते हैं। हाई डोज में गोलियां लेने से भूख घट जाती है। वैसे लोग जो मोटापे का शिकार हैं उन्हें तो भूल से भी नींद की गोलियां नहीं लेनी चाहिए वरना खतरा बढ़ जाता है। कुछ लोगों को डॉक्टर के कहने पर नींद की गोलियों का सहारा लेना पड़ता है, लेकिन कुछ लोग किसी न किसी बहाने से नींद की गोलियां खाते रहते हैं। यह सही है कि कुछ समय के लिए यह गोलियां सुकून देती हैं, लेकिन लंबे से समय तक उपयोग नुकसानदायक होता है। इस लिए इनकी जितना हो सके, दूरी बना कर रखनी चाहिए।
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जानलेवा साबित हो सकती है नींद की गोलियां खाने की आदत