राजधानी के मेन स्टेशन पर बनेगा सातवां प्लेटफार्म
काम चालू होने में लगेगा 2 से 3 साल का समय
भोपाल । राजधानी के मेन (भोपाल) स्टेशन पर अब सातवां प्लेटफार्म बनेगा। मेन स्टेशन पर वर्तमान में छह प्लेटफार्म हैं। एक और प्लेटफार्म बनने से इनकी संख्या सात हो जाएगी। नया प्लेटफार्म मौजूदा प्लेटफार्म-1 के बाजू से बनना है। नया प्लेटफार्म बनने से 50 हजार यात्रियों को फायदा होगा। रेलवे ने इस दिशा में काम चालू कर दिया है, अभी प्रस्ताव नहीं बना है, इसमें समय लगेगा। यह अनुमति के लिए मंडल से जोन व वहां से रेलवे बोर्ड को जाएगा। अनुमति मिलने के बाद काम चालू होने में 2 से 3 साल का समय लगेगा। प्लेटफार्म-1 से चौबीस घंटे में 48 ट्रेनें गुजरती हैं। ये ट्रेनें स्टॉपेज के चलते चौबीस घंटे में औसतन 7.11 घंटे प्लेटफार्म पर रुककर चलती हैं। यदि ये सभी ट्रेनें नियमित समय पर प्लेटफार्म से होकर गुजरें तो कोई दिक्कत नहीं होती, लेकिन हर तीसरी-चौथी ट्रेन लेट हो जाती है। ठंड के दिनों में ऐसा अक्सर होता है। गर्मी के दिनों में एसी फेल होने के कारण आधे से एक घंटे तक ट्रेनों को रोकना पड़ता है। इस तरह ट्रेनों को प्लेटफार्म पर लेने का समय पूरा गड़बड़ा जाता है और दूसरी ट्रेनों को निशातपुरा, सूखीसेवनिया में रोकना पड़ता है। इन ट्रेनों को दूसरे प्लेटफार्मों पर लेने में भी कई तरह की तकनीकी दिक्कतें होती हैं। इससे अन्य ट्रेनें भी प्रभावित होती हैं। रेलवे इन समस्याओं को देखते हुए प्लेटफार्म बढ़ाने की दिशा में प्रयास कर रहा है। बता दें कि इन 48 ट्रेनों में प्रतिदिन 50 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं जिन्हें सहूलियतें होंगी। भोपाल रेलवे स्टेशन से होकर कई रूटों पर ट्रेनें निकलती हैं, इसलिए यहां यात्रियों की संख्या काफी ज्यादा है। मध्यप्रदेश की राजधानी होने की वजह से भी यहां आने वालों की संख्या ज्यादा रहती है। ऐसे में रेलवे के इस निर्णय से यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इस बारे में भोपाल रेल मंडल के सीनियर डीईएन संजीव कुमार का कहना है कि भोपाल स्टेशन पर नया प्लेटफार्म बनाने की दिशा में सोच रहे हैं। यदि इसे अनुमति मिलती है तो काम शुरू होने में दो से तीन साल लगेंगे।
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राजधानी के मेन स्टेशन पर बनेगा सातवां प्लेटफार्म काम चालू होने में लगेगा 2 से 3 साल का समय