आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को पाकिस्तान सरकार द्वारा नियंत्रण किए जाने की खबरों को लेकर वहां सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने इसे भारतीय मीडिया का फैलाया झूठ बताया है। उन्होंने कहा कि जहां कार्रवाई की गई वह एक मदरसा है और इसका पुलवामा हमले से कोई लेना-देना नहीं है। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय की ने शुक्रवार को ऐसी घोषणा की थी, जिसके बाद मीडिया में इस खबर ने खूब सुर्खियां बटोरी।
गृह मंत्रालय ने कहा था कि पंजाब प्रांत की सरकार ने बहावलपुर क्षेत्र में एक मस्जिद और मदरसा परिसर को अपने नियंत्रण में ले लिया है। मीडिया में इस परिसर को मसूद अजहर का जेईएम मुख्यालय बताया जा रहा था। हालांकि, अब इमरान सरकार के मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह एक मदरसा है।
फवाद चौधरी ने एक वीडियो मेसेज जारी कर घटनाक्रम की सूचना दी। उन्होंने कहा, पंजाब प्रांत सरकार ने नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (एनएससी) बैठक के दौरान और नेशनल एक्शन प्लान (एनएपी) के हिस्से के रूप में यह एक्शन हुआ है। बहावलपुर में मदरसातुल साबिर और जामा-ए-मस्जिद सुभानल्लाह का प्रशासनिक नियंत्रण में लिया गया है।
वीडियो संदेश में चौधरी ने कहा कि एनएससी बैठक के दौरान यह तय किया गया कि एनएपी को पूरी तरह से लागू किया जाएगा। इसी योजना पर आगे बढ़ते हुए पंजाब सरकार ने बहावलपुर में एक मदरसे का प्रशासनिक नियंत्रण अपने हाथ में लिया है। इस मदरसे को जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वॉर्टर बताने पर चौधरी ने सारा आरोप भारत पर ही लगा दिया। उन्होंने कहा, यही वह मदरसा है जिस पर भारत झूठा प्रचार कर रहा है और आरोप लगा रहा है कि यह जेईएम का मुख्यालय है। इस झूठ से पर्दाफाश करने के लिए पंजाब सरकार मीडिया कर्मियों को मदरसे की यात्रा कराएगी। पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज ने चौधरी के बयान के आधार पर दावा किया कि मदरसे में करीब 700 बच्चे पढ़ते हैं।
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पाक मंत्री बोले, जैश हेडक्वॉर्टर के नियंत्रण की खबरें भारतीय मीडिया का फैलाया झूठ