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मैं रणवीर के साथ कार में भी नहीं बैठना चाहती -एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण का बडा बयान

मैं रणवीर के साथ कार में भी नहीं बैठना चाहती -एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण का बडा बयान

मैं रणवीर के साथ कार में भी नहीं बैठना चाहती
-एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण का बडा बयान 
मुंबई । वो काम को लेकर इतनी चौकस हैं कि जब रणवीर सिंह के साथ काम कर रही होती हैं तो कभी पत्नी जैसा व्यवहार नहीं करतीं। यहां तक कि वो कोशिश करती हैं कि फिल्म के सेट पर जाते वक्त रणवीर‌ सिंह के साथ कार में भी ना बैठें। यह खुलासा किया है बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने। एक इंटरव्यू में दीपिका ने कहा, ‘‘अगर आप र‍णवीर और मुझे फिल्म सेट पर देखते हैं तो हम वहां सामान्य से अलग होते हैं। हो सकता है कि हम एक साथ कार से फिल्म सेट पर भी न जाएं क्योंकि हमारा अलग-अलग काम है। यह किसी उद्देश्य से नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप साथ काम कर रहे होते हैं तो आप से पति-पत्नी और ब्वॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड की तरह व्यवहार करने की अपेक्षा नहीं रखी जाती है।’’ दीपिका ‘छपाक’ के बाद एक ‘डार्क रोमांटिक फिल्म’ के लिए अगले साल की शुरुआत से शूटिंग शुरू करेंगी। अभिनेत्री ‘ये जवानी है दीवानी’, ‘कॉकेटल’, ‘गोलियों की रासलीला: रामलीला’ जैसी रोमांटिक फिल्मों में काम कर चुकी हैं। उल्लेखनीय है कि चरित्रों के नकारात्मक पक्ष एवं उनके रोमांस पर आधारित फिल्मों को ‘डार्क रोमांटिक फिल्म’ कहा जाता है। अभिनेत्री से रोमांटिक फिल्म के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे एक ऐसी फिल्म मिली है जिसकी शूटिंग अगले साल शुरू होने की संभावना है लेकिन यह कोई हल्की फिल्म नहीं है। यह एक डार्क फिल्म होगी लेकिन रोमांटिक पृष्ठभूमि में होगी।’’ अपनी इस फिल्म से पहले दीपिका ‘छपाक’ में दिखेंगी और कबीर खान की फिल्म ‘83' में अतिथि भूमिका में दिखेंगी। फिल्म ‘83’ में वह फिल्म में वह क्रिकेटर कपिल देव की पत्नी के किरदार में नजर आएंगी। फिल्म में रणवीर सिंह इस क्रिकेटर की भूमिका में होंगे। आज सोशल मीडिया के जमाने में जब लोग एक दूसरे से दूर हो रहे हैं ऐसे में सिनेमा हमारे जीवन से बिल्कुल अलग कहानियों के माध्यम से धारणाओं को तोड़कर हमें एक-दूसरे से जोड़ने का काम कर रहा है।  मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की अध्यक्ष दीपिका पादुकोण ने कहा कि वह अपने काम के लिए कोई भी किरदार निभा सकती हैं लेकिन उनका उद्देश्य समाज के लिए कुछ सार्थक काम करना है। एक कलाकार के तौर हम मानते हैं कि सिनेमा बहुत प्रभावशाली है। हमें अब उसी प्रभाव की आवश्यकता हैं।

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