एयर इंडिया की बोली लगाने से नहीं किया इनकार: एन चंद्रशेखरन
नई दिल्ली । टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा है कि उन्होंने एयर इंडिया के लिए बोली लगाने से इनकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मैं टीम से इसके बारे में विचार करने को कहूंगा। वास्तव में यह निर्णय विस्तारा के द्वारा होगा न कि टाटा सन्स के नाम से। चंद्रशेखरन ने कहा कि मैं विस्तारा और एयर एशिया के अलावा कोई तीसरी एयरलाइन नहीं संचालित करने वाला हूं जब तक कि उसे मर्ज नहीं कर दिया जाता। मैं विस्तारा और एयर एशिया के अलावा कोई तीसरी एयरलाइन नहीं संचालित करने वाला हूं जब तक कि उसे मर्ज नहीं कर दिया जाता। इसमें दिक्कतें हैं। मैं कभी हां या न नहीं कहने वाला हूं। मुझे इस बारे में नहीं पता। हमें अपने एविएशन बिजनेस के लिए कोई हल निकालना होगा। मैं इसे बढ़ाना चाहता हूं लेकिन इसमें नुकसान ही होने की संभावना है। एयर इंडिया को अधिग्रहित करने से टाटा ग्रुप को एयरलाइन बिजनेस में ग्रोथ करने का मौका मिल सकता है। ग्रुप के दो जॉइंट वेंचर हैं। एक सिंगापुर एयरलाइन्स के साथ और दूसरा एयरएशिया के साथ। दोनों को मिलाकर साल 2019 में टाटा को 1500 करोड़ का नुकसान हुआ। गौरतलब है कि सरकार ने एयर इंडिया को पूरी तरह से बेचने का फैसला कर लिया है। पहले सरकार ने 24 प्रतिशत के विनिवेश की योजना बनाई थी। कोई ग्राहक नहीं मिला तो इसकी सीमा 74 फीसदी तक बढ़ा दी गई। टाटा ने इसमें इंटरेस्ट नहीं दिखाया क्योंकि उस समय वह जेट के बारे में विचार कर रहा था।
नेशन इकॉनमी रीजनल
एयर इंडिया की बोली लगाने से नहीं किया इनकार: एन चंद्रशेखरन