'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' ने कमाई में ताजमहल को पछाडा़
नई दिल्ली । प्रेम के प्रतीक ताजमहल पर एकता का प्रतीक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी कमाई के मामले में भारी पड़ गया। भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित स्मारक 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' ने नया मुकाम हासिल किया है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देश के श्रेष्ठ 5 स्मारकों में से सबसे ज्यादा कमाई करने वाला स्मारक बन गया है। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। पुरातत्व अध्ययन और सांस्कृतिक स्मारकों के अनुरक्षण के लिए उत्तरदायी आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा किए गए सर्वे में कहा गया है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देश के श्रेष्ठ 5 स्मारकों में सबसे ज्यादा कमाई करने वाला स्मारक बन गया है। इसके तहत ताजमहल ने जहां एक साल में 56 करोड़ की कमाई की है तो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ने 63 करोड़ की कमाई की। बता दें कि बीते 31 अक्टूबर को ही स्टेच्यू ऑफ़ यूनिटी को बने एक साल पूरा हुआ है। दरअसल, सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 182 मीटर ऊंची (597 फीट) है और ये दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। खास बात यह है कि इसे बनाने में 2,989 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं और इसे लार्सन एंड टुब्रो कंपनी ने बनाया है। ये मूर्ति सरदार सरोवर बांध से 3.2 किलोमीटर दूर साधू बेट नाम के स्थान पर है जो नर्मदा नदी पर एक टापू है। इस मूर्ति को बनाने में 3000 से ज्यादा लोग और 250 से ज्यादा इंजीनियरों ने काम किया।
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